भोपाल। राजधानी के लक्झरी बंसल अस्पताल में मंडीदीप के एक कारोबारी की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ। परिजनों का आरोप था कि भर्ती कराने के बाद उन्हे मरीज से मिलने तक नहीं दिया गया और मौत की सूचना दिए बिना शव अस्पताल के पीछे फैंक दिया गया। हंगामा बढ़ने पर पुलिस का दखल हुआ। पुलिस की मध्यस्थता में दोनों पक्षों की बातचीत हुई और सबकुछ शांत हो गया। पीड़ितों ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई।
चूनाभट्टी टीआई अवधेश सिंह भदौरिया ने बताया कि मंडीदीप के कारोबारी प्रदीप जैन (53 वर्ष) को 18 जनवरी को बंसल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें आईसीयू में रखा गया था। मरीज की मौत होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने शव को अस्पताल के पीछे रखवाया। इस पर मृतक के परिवार को आपत्ति थी। उनका आरोप था कि मौत की जानकारी दिए बिना ही शव को अस्पताल ने पीछे रखवा दिया। आईसीयू में भर्ती के समय उनसे मिलने भी नहीं दिया गया था। इस पर परिजन हंगामा कर रहे थे। अस्पताल प्रबंधन की मरीज के परिवार से बात करवाई गई, तो मामला समाप्त हो गया। परिजन शव को लेकर मंडीदीप रवाना हो गए।
इनका कहना है
मंडीदीप से कैंसर के मरीज प्रदीप जैन को दो दिन पहले भर्ती कराया गया था। उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी। उनको उपचार के लिए आईसीयू में भर्ती कर रखा था, जहां अस्पताल के नियमानुसार किसी को भी जाने की इजाजत नहीं रहती है। इसी कारण से परिजनों को भी मिलने की मनाही थी। उनकी मौत के बाद वे हंगामा कर रहे थे। बाद में वे समझ गए। उन्होंने लिखित में दिया है कि उनको अस्पताल के उपचार से कोई परेशानी नहीं है।
लोकेश झा, सीनियर मैनेजर बंसल अस्पताल शाहपुरा
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बंसल अस्पताल में हंगामा होने की सूचना मिली थी। वहां प्रदीप जैन नाम के मरीज की मौत के बाद परिजन शव को रखकर चक्काजाम करने की कोशिश कर रहे थे। उससे पहले ही उनको रोका गया। जब अस्पताल के प्रबंधन से उनका आमना-सामना कराया गया तो मामला शांत हो गया। थोड़ी ही देर में मृतक का परिवार उनका शव लेकर मंडीदीप रवाना हो गया। मरीज के परिजन की ओर से किसी प्रकार की कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है।
अवधेश सिंह भदौरिया टीआई चूनाभट्टी
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चाचा प्रदीप जैन को बंसल अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां सुबह उनको मृत घोषित किया गया। हम लोगों को आईसीयू तक जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। हमने किसी प्रकार की कोई शिकायत बंसल अस्पताल के खिलाफ पुलिस में नहीं की है। इससे ज्यादा कुछ और नहीं कहना चाहती हूं।
प्राजंल जैन मृतक की भतीजी