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सुशील मोदी अपने घर से नहा धोकर गांधी मैदान पहुंचे थे कि आज उन्हें प्रधानमंत्री जन्मदिन की बधाई देंगे। लेकिन प्रधानमंत्री ने सुशील मोदी की तरफ देखा भी नहीं, जन्मदिन की बधाई देते हुए हैप्पी बर्थडे कहना तो दूर की बात है। बिहार दौरे पर आए प्रधानमंत्री ने एक बार भी सुशील मोदी से मिलने की इच्छा नहीं जताई। जन्मदिन की बधाई तो दूर उन्होने सीधे मुंह बात तक नही की। सुशील मोदी को उसके बाद भी यह उम्मीद था कि प्रधानमंत्री भाषण के बाद उन्हें लगंर के लिए बुलाएंगें , लेकिन प्रधानमंत्री ने उन्हे वहां भी नही बुलाया। यही नहीं नरेंद्र मोदी ने सुशील मोदी को वीआईपी लाउंज तक आने भी नही दिया ।
वहीं सुशील मोदी द्वारा लालू प्रसाद के नीचे बैठने को लेकर नीतीश कुमार पर किए जा रहे हमले का जवाब देते हुए जदयू के वरिष्ठ नेता व पार्षद संजय सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी को यह पता है कि सुशील मोदी की राजनीति किस तरफ जा रही है। सुशील मोदी अपनी राजनीति में नकारात्मकता को सबसे ज्यादा तरजीह देते है इसलिए उनसे सभी दूरी बना रहे हैं। अब सुशील मोदी दूसरे नेताओं की तरफ देख रहे हैं कि किन को मंच पर बुलाया गया और किसे नहीं।
लेकिन उन्होंने अपनी तरफ नहीं देखा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता होते हुए भी उन्हे कोई तरजीह नही मिली। साथ ही उन्होने लालू यादव को मंच पर नहीं बुलाए जाने का बचाव करते हुए कहा कि लालू यादव महागठबंधन के नेता हैं। और उन्होने प्रकाशपर्व में जाकर और लोगो के बीच में बैठकर अपने मेहमानों का मान बढाया है। जहां लोगो ने उनको हाथों-हाथ लिया और उनके साथ फोटों खिचाने के लिए लोगो में होड मची थी। ये बिहार के लोग नही थे सभी पंजाब, हरियाणा और दूसरे देश से लोग आए थे जो लालू के चाहने वाले थे। सुशील मोदी भी उसी रास्ते से गुजरे थे लेकिन किसी ने उनकी तरफ देखा भी नहीं।