KATNI HAWALA SCAM/भोपाल। मप्र कालाधन कांड में बतौर आरोपी सुर्खियों में आ गए मंत्री संजय पाठक का कहना है कि वो इस मामले में संलिप्त नहीं हैं और ना ही उनसे कोई पूछताछ हुई है। मैने तो खुद सीएम शिवराज सिंह से मिलकर मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए।
मंत्री संजय पाठक का कहना है कि उनसे अब तक इस मामले पर केन्द्र या प्रदेश के नेता ने न तो कोई बात की है और न ही इस मामले को लेकर कुछ भी पूछा है। मंत्री पाठक ने कहा कि उन्होंने खुद ही इस मामले में सीएम से मिलकर उनसे आग्रह किया था कि वे इस मामले की उच्चस्तर पर जांच करा लें जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। पाठक ने कहा कि यह हवाला का मामला ही नहीं है। उन्होंने कहा कि मामले को प्रायोजित रूप से कुछ लोग राजनीतिक रंग दे रहे हैं।
कटनी में हवाला घोटाला नहीं हुआ
चार्टर्ड अकाउन्टेंट अशोक सुरजन के मुताबिक हवाला कारोबार एक शहर से दूसरे शहर में पैसों का हस्तांतरण होता है। यह कारोबार एजेन्ट की भूमिका से होता है जिसमें वे नोट के नंबर या कोई अन्य कोडवर्ड का इस्तेमाल करते हैं। सुरजन ने कहा कि जहां तक सवाल बैंक खातों से ट्रांजिक्शन कहा है, ऐसे मामलों में ब्लैकमनी को व्हाइट करने और बड़ी रकम को छोटी करने के लिए उन लोगों के बैंक खातों की सहायता ली जाती है जो वैल नोन नहीं हों। ऐसे में जो ट्रांजिक्शन करवाते हैं वे उन्हें कुछ मासिक रकम भी अदा करते हैं। यह पूरा लेन-देन हवाला नहीं बेनामी लेन-देन की श्रेणी में आता है।