आप जल्द ही फीचर फोन से प्वॉइंट ऑफ सेल (POS) की तरह डिजिटल भुगतान कर सकेंगे। मोदी सरकार सामान्य फीचर फोन से डिजिटल भुगतान की नई तकनीक को बढ़ावा देने के लिए एमपेगो, टोनटैग जैसे स्टार्टअप से बातचीत कर रही है। इससे ध्वनि तरंग और नियर फील्ड कम्युनिकेशन यानी एनएफसी तकनीक के जरिए डिजिटल भुगतान संभव होगा। इसमें यूजर को मोबाइल को बस उस डिवाइस के पास ले जाना होगा जिसे भुगतान करना है।
तकनीक का कमाल
ध्वनि तरंग और नियर फील्ड कम्युनिकेशन की तकनीक से सामान्य मोबाइल फोन, स्मार्टफोन और टैबलेट मोबाइल प्वाइंट ऑफ सेल यानी एमपीओएस में बदल जाता है। एमपीओएस होने के बाद चार सेंटीमीटर की दूर रखे दो फीचर फोन से भी नगद रहित लेने-देन संभव हो जाता है।
सिर्फ स्मार्टफोन से कैशलेस नहीं होगा देश
देसी स्टार्टअप टोनटैग के एप में ध्वनि तरंगों से डिजिटल भुगतान होता है। टोनटैग के संस्थापक कुमार अभिषेक के मुताबिक देश में 20 फीसदी मोबाइल यूजर के पास ही स्मार्टफोन है। वहीं बिना इंटरनेट के कोई भी कोई भी मोबाइल एप फीचर फोन पर डाउनलोड करना संभव नहीं है। इसलिए बड़ी आबादी को डिजिटल लेन-देन से जोड़ने के लिए फीचर फोन के लिए कैशलेस तकनीकों की जरूरत है।
बस नंबर डायल करना होगा-
ध्वनि तरंग की तकनीक फीचर और स्मार्टफोन दोनों के लिए होंगी।
स्मार्टफोन से लेने-देने के लिए बस एक टच करना होगा।
फीचर फोन में एक टोल फ्री नंबर डायल करना होगा फिर इंटरेक्टिव वायस रिस्पांस के दिशा-निर्देश का पालन करना होगा।
वर्तमान में यूएसएसडी से लेन-देन
फीचर फोन से अभी भी लेन-देन होती है। यह राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की मोबाइल र्बैंंकग सुविधा अनस्ट्रक्चर्ड सप्लीमेंट्री सर्विस डाटा (यूएसएसडी) के जरिये होता है। इससे आप राशि की लेन-देन, संक्षिप्त विवरण जान सकते हैं।