भोपाल। प्रमोशन में आरक्षण मामले में मप्र की शिवराज सिंह सरकार ने एक नई चाल चली है और काफी हद तक वो उसमें कामयाबी के करीब भी है। मप्र हाईकोर्ट में सरकार के खिलाफ निर्णय आने के बाद शिवराज सरकार ने फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। माना जा रहा था कि सुप्रीम कोर्ट में भी सरकार केस हार जाएगी लेकिन सीएम शिवराज सिंह ने एक ऐसी चाल चली है कि प्रतिवादी पक्ष 'सपाक्स' ही परेशान हो गया।
दरअसल, एक तय रणनीति के तहत सरकार ही मामले को लगातार लंबा खींच रही है। सरकार ने इस केस के लिए 4 करोड़ रुपए का बजट निकाल लिया है। इधर सपाक्स के पास इतना पैसा नहीं है। स्वभाविक है, समय के साथ पैसा खत्म हो जाएगा और यदि अच्छा वकील ही मैदान में नहीं रहा तो सपाक्स अपना मजबूत पक्ष भी नहीं रख पाएगी।
इसका असर भी दिखाई दे रहा है। सपाक्स के अध्यक्ष आनंद सिंह कुशवाह इन दिनों केस के खर्चे को लेकर तनाव में हैं। वो अपने साथियों से लगातार अपील कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा चंदा भेजें ताकि केस मजबूती से लड़ा जा सके। हालात यह हैं कि उन्होंने फेसबुक पर सार्वजनिक अपील भी की है। देखते हैं, कोर्ट के बाहर चल रही यह लड़ाई क्या टर्न लेकर आती है।