राकेश दुबे@प्रतिदिन। कटनी कहने को मध्यप्रदेश का एक जिला है। इन दिनों उबल रहा है, मामला सच को दबाने और राजनीतिक संरक्षण का है। आज कांग्रेस कटनी के जिस मंत्री के खिलाफ खतो किताबत कर रही है। वो कुछ दिन पहले कांग्रेस में ही थे। कांग्रेस में रहते हुए उनके यही व्यवसाय थे। अब वे भाजपा गंगा स्नान कर पवित्र है। इस सारे मामले में गौरवशाली काम करने वाले पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी को जिले से इसलिए हटा दिया गया कि उनकी जाँच में शक की सुई की दिशा सच की और थी। मंत्री संजय पाठक जब कांग्रेस में थे तो दूध के धुले थे अब भाजपा में हैं तो गंगा की तरह पवित्र है। ऐसे दावे राजनीति करती है और करेगी।
अब कटनी जिले के पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी के तबादले को लेकर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा हमला बोलते हुए केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने हवाला कारोबार में घिरे अपने एक मंत्री को बचाने के लिए पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को लिखे खत में कहा है, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आठ नवंबर 2016 को लागू की गई नोटबंदी के बाद भ्रष्टाचारियों ने देशभर में कालेधन को सफेद करने का खेल जमकर खेला है। भाजपा के शासन वाले मध्यप्रदेश में भी इस तरह का गोरखधंधा जमकर फला और फूला है। इस तरह के कई प्रमाण सामने आए हैं। "यादव ने अपने पत्र में कटनी में उजागर हुए हवाला कारोबार का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है, "कटनी जिले में पुलिस की शुरुआती जांच में 500 करोड़ रुपयों से ज्यादा का एक घोटाला सामने आया है।
कहते हैं पुलिस की जांच में सामने आया है कि हवाला कारोबारियों, बैंक व बैंक अफसरों की सांठगांठ से नोटबंदी के बाद कटनी में पुराने नोटों की अदला-बदली का बड़ा घोटाला हुआ। जाँच में कटनी पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी को यह प्रमाण मिल गए थे कि इस काले कारोबार के पीछे शिवराज सरकार का एक मंत्री है। इस पर पुलिस अधीक्षक तिवारी पर दवाब बनाया गया। जब दवाब काम नहीं आया तो उनका तबादला कर दिया गया। हैरान करने वाली बात यह रही कि छह महीने पहले ही इस अधिकारी को कटनी में पदस्थ किया गया था।
प्रश्न यहाँ यह है की एक ही व्यक्ति जब आपके साथ है तो पवित्र दूसरे के साथ है तो त्याज्य। व्यवसाय करना अपराध नहीं है। अनुचित व्यापार और उसे प्रश्रय देना गलत है। कटनी जिले से उठी आवाज़ ईमानदार अफसरों के हक में उठी आवाज़ है। भाजपा और कांग्रेस इस मामले को तूल देकर राजनीति में उलझा सकती है। सच तो यह है कि पुलिस ने अपना काम किया है और राजनीति अडंगे डाल रही है और डालेगी।
श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।
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