वसंत पंचमी: आपकी राशि के अनुसार पूजा पाठ का विधान

Bhopal Samachar
इस वर्ष वसंतपंचमी 1 फरवरी को मनाई जा रही है। वागदेवी माँ सरस्वती का जन्म इसी दिन हुआ था। धर्म सिंधु के अनुसार जब ब्रम्हा जी ने सॄष्टि की रचना करी उस समय सॄष्टि मूक थी रंगहीन थी। इसमें रंग भरने के लिये उन्होने आदिशक्ति से प्रार्थना की। फलस्वरूप आदिशक्ति ने स्वर संगीत, नाद, रंग आदि के द्वारा समस्त सॄष्टि को अदभुत रूप दे दिया। समस्त सॄष्टि आनँद से परिपूर्ण हो गई वह दिन वसंतपंचमी था। तब से इस दिन को मां सरस्वती का प्राकट्य दिन माना जाता है। यह दिन समस्त, शिक्षकों, कलाकारों तथा ज्ञानी विद्वानों के लिये खास माना जाता है।संगीतकार,कलाकार कवि तथा किसी भी कला के जानकारों के लिये यह दिन खास होता है।

क्या करे इस दिन
मां सरस्वती विद्या, बुद्धि की दात्री, संगीत की देवी है इस दिन माँ की सच्चे मन से पूजन करने से विशेष ज्ञान तथा प्रतिभा की प्राप्ति होती है। श्वेत वस्त्र धारण कर, शुध्द होकर सफेद फ़ूलॊ से माँ की पूजा करें। पीले मिष्ठान का भोग लगाये मां सरस्वती सत्व की देवी है इसीलिए इस दिन तामसिक खानपान से दूर रहे। नमक कम खायें। व्रत करे भजन पूजन करें।

मंद बुद्धि तथा विधार्थियों के लिये विशेष दिन 
जो बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में श्रेष्ठ सफलता प्राप्त करना चाहते है अपना भविष्य उज्जवल करना चाहते है उन्हे इस दिन व्रत पूजन ,संयम आदि का पालन करना चाहिये।

अबूझ मुहूर्त
वसंतपंचमी के दिन सॄष्टि में आदिशक्ति द्वारा संसार कॊ वाणी, संगीत, रंग से आनंद की प्राप्ति हुई इसलिये इस दिन कॊ मुहूर्तराज़ माना गया है यानी इस दिन बगैर पंचांग देखे कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, किसी भी योजना का शुभारम्भ नया कार्य आदि कर सकते है।

राहु महाराज प्रसन्न होते हैं
राहु महाराज के विषय में कौन नही जानता। ये राजा को रंक और रंक को राजा बना सकते है।इनकी अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती है। मां सरस्वती की उपासना से राहुदेव प्रसन्न होते है फलस्वरूप उत्तम ज्ञान, कला तथा हुनर के रहस्य मालूम होते है। आपदा आकस्मिक संकटों से छुटकारा मिलता है।

सभी राशि वाले कैसे करे पूजन
*मेष व वृश्चिक*-इन राशि वालो कॊ लाल पुष्पों से माँ का पूजन करना चाहिये।स्वयं कॊ लाल वस्त्र धारण करना चाहिये।नमक नही खाना चाहिये।हिंसा व क्रोध से बचना चाहिये।
*वृषभ व तुला*-इन राशि वालो को श्वेत वस्त्र धारण करना चाहिये। सफेद सात्विक वस्तुओं का खानपान करना चाहिये।
*मिथुन व कन्या*-इन राशि वालो कॊ इस दिन भगवती के समक्ष अपने इष्टदेव देवी के स्त्रोत का पाठ व भजन इत्यादि करना चाहिये।
*कर्क*-इस राशि वालो कॊ श्वेत वस्त्र धारण कर श्वेत सात्विक आहार लेना चाहिये।भगवान भोलेनाथ व मां पार्वती के भजन व  स्त्रौत्र का पाठ करना चाहीये।
*सिंह*-इस राशि वालो कॊ इस दिन गुलाबी वस्त्र धारण कर सात्विक आहार ग्रहण कर विष्णु लक्ष्मी स्त्रौत्र का पाठ व भजन आदि करना चाहिये।
*मकर व कुम्भ*-इन राशि वालो कॊ नीले वस्त्र धारण कर नीले पुष्पों से भगवती की सेवा करनी चाहिये।महाकाली का स्त्रौत्र पाठ भजन पूजन करना चाहिये।
*धनु व मीन*-इन राशि वालो कॊ पीले वस्त्र धारण कर पीले पुष्पों से भगवान दत्तात्रेय तथा आदिसकती का पूजन करना चाहिये।
*पंडित चंद्रशेखर नेमा "हिमांशु"*
9893280184
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