राजू सुथार/भोपाल | कल से शुरू हुए भोपाल के अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय दो दिवसीय हिन्दी विकिसम्मेलन हिन्दी भाषा के लिए कई अहम कदम उठाये गए। इस हिन्दी विकिसम्मेलन में तकरीबन 10 सदस्य भोपाल के बाहर से आये है। जिसमें एक प्रबन्धक भी है, इनके अलावा भोपाल के स्थानीय सदस्य भी काफी है। पहले दिन यानी कल इन वरिष्ठ विकिपीडियनों ने भोपाल के स्थानीय और नए सदस्यों को नए सदस्य पृष्ठ बनाने, नए लेख बनाना, श्रेणीकरण करना तथा विकिमीडिया कॉमन्स पर फ़ोटो अपलोड करना सिखाया गया।
वरिष्ठ सम्पादक योगेश कवीश्वर के अनुसार अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय भोपाल में पढाये जा रहे और नये आरम्भ होने वाले 200 से अधिक विषयों का ज्ञान अब हिन्दी विकिपीडिया के माध्यम से सम्मूर्ण विश्व में सभी लोगों के लिये उपलब्ध हो सकें इसके लिये, सभी विषयों का ज्ञान ऑनलाईन स्थापित करने के लिये यह प्रयास का आरम्भ किया जा रहा है।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संजय पी. तिवारी ने बताया कि, ज्ञान को विश्वभर में प्रसारित करने के लिए विकिपीडिया से अच्छा माध्यम कदाचित हो ही नहीं सकता। विश्वविद्यालय के निदेशक कृपाशंकर एस. तिवारी ने बताया कि हम विश्वविद्यालय में तकनीकी, चिकित्सा, योग, विज्ञान, कला जैसे 200 अधिक विषयों पर ज्ञान का प्रसार कर रहे है।
हिन्दी विकिपीडिया के वरिष्ठ योगदानकर्ता और पूर्व में प्रबन्धक आशीष भटनागर ने हिन्दी विकिपीडिया में किसी भी विषय पर लेख कैसे बनाया जाये इस विषय पर प्रकाश डाला तथा लोगों को सीख दी । विकिपीडिया के प्रबन्धक मनोज खुराना ने काग भुषुण्डि के प्रसंग को उद्धृत करके बताया कि जिस माध्यमों से हिन्दी का विनाश हो रहा है, यदि हम उस माध्यम में अपने को मिल जाये, तो हिन्दी के प्रसार में प्रलय का कारण ही अधिक उपयोगी माध्यम है।