जबलपुर। रेलवे के नियमानुसार ट्रेनों में बारुद सहित अन्य कोई भी ज्वलनशील व विस्फोटक पदार्थ नहीं भेजा जा सकता है। लेकिन यहां खुलेआम रेलवे के माध्यम से बारूद की सप्लाई हो रही है। विधिवत पार्सल बुकिंग कराई जा रही है। नियमित रूप से डिलवेरी भी हो रही है। एक ऐसा ही मामला रविवार को सामने आया है। जिसमें इतना बारूद कि पूरी बोगी उड़ जाए। मामले का खुलासा होने पर आरपीएफ के होश उड़ गए हैं। रेलवे ने हार्ड पार्सल के नाम पर बारूद बुकिंग करने वाले व्यापारी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
नेहरू पार्क इटारसी निवासी कमल जैन पटाखों का व्यापारी है, जिसने माढ़ोताल सिविक सेंटर स्थित सिंघई ब्रदर्स से दीवाली पर एटम बम (सुतली बम) खरीदे थे। पैसा न चुकाने पर सिंघई ब्रदर्स द्वारा कमल जैन से पैसे मांगे गए। कमल ने पैसे देने के बजाये 9 जनवरी को रेलवे से एक हार्ड पार्सल यात्री ट्रेन से बुक किया, जो कि 11 जनवरी को जबलपुर पहुंच गया। रविवार को आरपीएफ निरी.वीरेंद्र सिंह एसआई अनिल कुमार झा अपने दल के साथ स्टेशन का निरीक्षण कर रहे थे, तभी पार्सल बुकिंग के पास एक बड़ा बैग रखा देखा। जानकारी लेने पर पता चला कि यह बैग 11 जनवरी से लावारिस हालात में पड़ा है, जिसे लेने अभी तक कोई भी नहीं आया है।
एसआई झा ने तत्काल डॉग स्क्वॉड को बुलाकर जांच की तो उनके होश उड़ गए। खोजी कुत्ते ने बैग में बारूद होने के संकेत दिए। जब बैग खोला गया तो उसमें दीवाली के एटम बम बड़ी मात्रा में मिले। पूरे बैग में 750 नग एटम बम थे। आरपीएफ ने 164 रेलवे एक्ट के तहत कमल जैन के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है। वहीं बमों को जब्त कर लिया गया है।