औरंगाबाद। बीड जिले के शिरूर तालुका में स्थित स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा ने सामाजिक संस्था को पत्र लिखकर टीचर की शिकायत की है। छात्रा ने आरोप लगाया कि टीचर उसे अपने सामने नग्न होकर नहाने के लिए मजबूर करता था। रात के समय उसका यौनशोषण किया जाता था। यह लगातार 5 महीने तक चला। जब छात्रा ने अपने परिवार वालों को यह सब बताया तो उन्होंने उसकी शादी करा दी।
शिकायत मिलने पर शिरूर पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के साथ ही आईपीसी की दूसरी कई धाराओं के तहत टीचर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। फिलहाल शिक्षक फरार चल रहा है। यह घटना बुलढाना स्थित आश्रमशाला में आदिवासी लड़कियों से रेप का मामला सामने आने बाद सामने आई है। बीड के एसपी जी. श्रीधर ने कहा, 'हम आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लेंगे।'
हॉस्टल की सुविधा वाले इस स्कूल में 120 बच्चे हैं जिनमें से 36 लड़कियां हैं। इसमें लड़के और लड़कियों के लिए रहने के अलग-अलग हॉस्टल हैं। यहां सातवीं कक्षा तक के बच्चे पढ़ते हैं।
नहीं है कोई महिला टीचर
स्कूल में आठ पुरुष शिक्षक हैं, जिनमें से दो कैंपस में ही रहते हैं और हर सप्ताह उनकी ड्यूटी बदलती है। स्कूल में कोई महिला टीचर या वार्डन नहीं है। अभियान संस्था की संस्थापक वर्षा देशपांडे ने कहा, 'हमने सीनियर अधिकारियों के साथ स्कूल का दौरा किया है। समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के सामने हमने छात्राओं से समस्याएं पूछी तो उन्होंने वही बातें बताईं जैसी पत्र में लिखी गई हैं।