
सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने कहा कि अब हर आर्मी हेडक्वार्टर में शिकायत पेटी होगी, जहां कोई भी अपनी शिकायत लिखित रूप से जमा करा सकेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस पेटी को खुद खोलेंगे और इस पर कार्रवाई करेंगे। यदि कोई फौजी अपना नाम छुपाना चाहता है तो यकीन मानिए हम उनकी पहचान सार्वजनिक नहीं करेंगे। यदि किसी को किसी भी तरह की शिकायत है वो मुझसे सीधे भी कह सकता है।
बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव के वीडियो मैसेज को लेकर पूछे गए सवाल पर बिपिन रावत ने कहा कि यदि उसकी शिकायत पर कोई कदम नहीं उठाया गया तो उसके पास दूसरे तरीके भी थे। वह अपनी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों के सामने रख सकता था। यह कहना बिल्कुल गलत है कि कहीं तालमेल का अभाव है। हो सकता है कि वह (तेज बहादुर) जवाब से संतुष्ट नहीं होगा या फिर वह खुश नहीं होगा।
बता दें कि किसी भी संस्थान में प्रबंधन की यह जिम्मेदारी होती है कि वो अपने कर्मचारियों को दी जा रहीं सुविधाओं पर नजर रखे और यदि कहीं कोई गड़बड़ी है तो उसे ठीक करे। इसके अलावा अच्छा प्रबंधन वो होता है जो कर्मचारियों को भरोसा दिलाए कि उनकी समस्याओं का निराकरण होगा। वो निडर होकर उच्च स्तर तक आ सकते हैं। यदि कोई कर्मचारी सार्वजनिक मंचों पर जाकर समस्याए गिनाए तो इसे प्रबंधन का फेलियर कहा जाता है।