गुना। जनसुनवाई के दौरान यहां पारदी एवं सहरिया समुदाय की महिलाओं के बीच खूनी संघर्ष हो गया। दोनों पक्षों की महिलाओं ने एक दूसरे पर जमकर पथराव किया। बाद में घायलों को अस्पताल दाखिल करा दिया गया। इस संघर्ष के दौरान पुलिस तमाशबीन बनी रही।
जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर बजरंगगढ़ थाना क्षेत्र के गढ़ला गांव में 14 जनवरी को सहरिया समुदाय के लोगों ने शैतान पारदी की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद से सहरिया और पारदी समुदाय के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
मंगलवार को पारदी समुदाय की महिलाएं हत्याकांड को लेकर कलेक्टर की जनसुनवाई में अपनी फरियाद लेकर पहुंची। इस दौरान सहरिया समुदाय की महिलाओं से उनका आमना-सामना हो गया। दोनों समुदाओं की महिलाओं में वाद-विवाद कुछ ही देर में मारपीट और खूनी संघर्ष में बदल गया। महिलाएं एक-दूसरे को चप्पलों और पत्थरों से मारती रहीं।
पथराव होने की वजह से कलेक्टर ऑफिस में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। मामला शांत होने के बाद पुलिसकर्मियों ने घायल महिलाओं को एंबुलेंस में बैठाकर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। पारदी लोग अपने समाज से जुड़े युवक की हत्या के बाद से सहरिया आदिवासियों को कथित तौर पर आतंकित कर रहे है, जिसके चलते कई परिवार पलायन करने के लिए मजबूर है। वहीं, बजरंगगढ़ पुलिस के अब तक इलाके में शांति नहीं कराए जाने की वजह से सवालों के घेरे में है।