भोपाल। भीम नगर क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए विवाद के तूल पकड़ने के बाद आखिरकार अतिक्रमण अधिकारी कमर शाकिब को हटा दिया गया। इस मामले में मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने भी नाराजगी जताई थी। महापौर आलोक शर्मा ने शाकिब को हटा दिया है लेकिन अब तक आरोपी अधिकारी के खिलाफ एफआईआर नहीं की गई है।
यह था मामला
शनिवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का विरोध कर रही महिला मीरा चौरसिया का आरोप है कि अतिक्रमण अफसर कमर साकिब व अन्य लोगों ने उसके पेट में लात मारी। इससे वह बेहोश हो गई और उसे ब्लीडिंग होने लगी। महिला को जेपी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता की अनुशंसा व पार्षदों के हंगामे के बावजूद साकिब के खिलाफ देर रात तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई थी। गुप्ता ने इस संबंध में डीजीपी ऋषिकुमार शुक्ला से भी बात की थी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि साकिब के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो वे खुद थाने पहुंच जाएंगे। बताया जाता है कि पुलिस ने एमएलसी की रिपोर्ट मिलने के बाद मामला दर्ज करने की बात कही।
आवेदन पर लिखी टीप, FIR की जाए दर्ज
मकोरिया और उनके साथी पार्षद दिनेश खटीक रविवार को स्थानीय विधायक मंत्री उमाशंकर गुप्ता के निवास पर पहुंचे और उन्हें घटना की जानकारी दी। गुप्ता ने लक्ष्मण के आवेदन पर टीप लिखी कि एफआईआर दर्ज की जाए। इसके बाद मकोरिया और खटीक थाने पहुंचे।
पार्षद पहुंचे मंत्री के पास
शनिवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे नगर निगम का अमला भीम नगर झुग्गीबस्ती में अतिक्रमण हटाने गया था। यहां मीरा चौरसिया व उनके पति लक्ष्मण का अमले से विवाद हुआ था। लक्ष्मण का आरोप है कि साकिब व अन्य कर्मचारियों ने मीरा को जमकर मारा। उसके पेट पर लात मारी, जिससे वह बेहोश हो गई। वे उसे लेकर अस्पताल पहुंचे जहां पता लगा उसे ब्लीडिंग हो रही है। डॉक्टरों ने उसे भर्ती कर लिया। लक्ष्मण ने स्थानीय पार्षद एमआईसी सदस्य शंकर मकोरिया को जानकारी दी। मकोरिया और लक्ष्मण एमपी नगर थाने पहुंचे लेकिन एफआईआर नहीं हुई।
CSP व TI से विवाद
काफी देर तक मकोरिया, खटीक व अन्य भाजपा नेता यहां साकिब के खिलाफ एफआईआर के लिए सीएसपी कुलवंत सिंह और टीआई आशीष धुर्वे से बहस करते रहे। दोपहर बाद तक जब एफआईआर नहीं हुई, तो उन्होंने यहां नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान उनका विवाद भी हुआ।
मंत्री के बंगले पर जमा हुई भीड़
रविवार को शाम छह बजे के बाद भाजपा पार्षद महिला के पति को लेकर फिर मंत्री गुप्ता के निवास पर पहुंच गए। नाराज गुप्ता ने कहा कि यदि एफआईआर नहीं हुई तो वे खुद थाने पहुंच जाएंगे। उन्होंने डीजीपी से भी तल्ख लहजे में बात की। डीजीपी ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया और कहा कि एमएलसी की रिपोर्ट आने पर एफआईआर हो जाएगी।