कुमार विम्बाधर। ये हम सभी सपाक्स साथियो का संगठन है और इससे सभी साथियो को लाभ मिलना है। इस संगठन की लड़ाई किसी जाती विशेष समूह से नही है बल्कि सरकार की गलत त्रुटिपूर्ण नीतियों के खिलाफ है। और सरकार भी भलीभाँति जानती है की उनका पदोन्नति में आरक्षण का नियम निति संविधान के अनुरूप नही होकर केवल जाति विशेष के समूह को लाभ देने के लिए ही लागु किया गया है वो भी केवल वोट के खातिर।
इस नीति से प्रदेश के शासन और विकास पर और सपाक्स के समूह पर क्या दुष्प्रभाव पड रहा है इससे सरकार को कोई मतलब नही है और न्यायालय द्वारा न्याय हित में इस नीति को गलत बताने पर भी सरकार सपाक्स समूह के विरुद्ध में, अजाक्स समूह का पक्ष रखने के लिए न्यायालय में उनके पक्ष में, सपाक्स के विरुद्ध अपनी गलत नीति को सही करने पर तुली हुई है और सरकार अजाक्स के पक्ष में तन मन और भरपूर धन के साथ अजाक्स का पक्ष रख रही है।
इसलिए मित्रो हमारी लड़ाई किसी अजाक्स समूह से नही होकर सीधे ही सरकार से है। और इसके लिए हमे तन मन और भरपूर धन से एक साथ एक जुट होकर कदम से कदम मिला कर लड़ाई लड़नी होगी। इसके लिए हमारे कई साथी दिन रात इसी दिशा में लगे हुए है और हमे उनका भरपूर सहयोग तन मन धन से करके उनका होसला बढ़ाना है ताकि हमारा न्याय हित में मजबूती से पक्ष रखने में किसी प्रकार की कोई कमी न रहे।
साथियो ये लड़ाई हम इसलिए लड़ रहे हे ताकि सभी सपाक्स साथियो को उनके अधिकार और योग्यता अनुसार बिना पक्षपात के नियमानुसार नियत समयावधि में पदोन्नति मिले। जिसमे किसी जाति समूह को लाभ नही दिया जाये।
क्या आप चाहेंगे की आप जिस पद पर है उसी से सेवानिवृत हो जाये। और आपके आगे बढ़ने के मोके का लाभ कोई और केवल इसलिए उठाले क्योंकि वो केवल एक विशेष जाति का हे । इसके अतिरिक्त उनमे और कोई योग्यता नही । आप ये भी जानते हे की हमारे ही के बिच का साथी हमारा अधिकारी केवल इसलिए बन जाता क्यों की वो किसी विशेष जाति का हे । और जो योग्यता में गुणों में ज्ञान में आपसे कहि पीछे हे । उसके पास केवल एक योग्यता हे की वो केवल उस विशेष जाति समूह में से हे ।
साथियो यदि आज भी हम पूरी तरह तन मन धन से लड़ने को तैयार नही हुए तो हम तो शासकीय सेवा में लग जरूर गए हे और हो सकता हे की इसी पद से सेवा निवृत भी हो जाये क्यों की सरकार की गलत नीतियों के कारण हमे तो नियमानुसार नियत समय में पदोन्नति मिलेगी नही । किन्तु हमारी आने वाली पीढ़ियों को शासकीय सेवा में नियुक्ति भी नही मिलना हे । क्यों की जिन भी पदों से अजाक्स का व्यक्ति सेवनिवर्त होता हे सरकार उस पद की पूर्ति बेकलॉग से ही कर रही हे । और वो पद सदैव के लिए बेकलॉग पद मान लिया जाता हे । तो एक समय ऐसा होगा जब की सभी सरकारी पद बेकलॉग से ही भरे जायेंगे । और सपाक्स के लिए कोई पद होगा ही नही । तब हमारी आने वाली पीढ़ी हमे कोसेगी ।*
इसलिये साथियो अब समय हे अपनी एकता दिखाने का और अपने अधिकारो के लिए तन मन और धन से लड़ने का । अपने लिए ना सही तो अपने आने वाली पीढ़ी के लिए ही सही ।
साथियो हम सपाक्स अपने अधिकारो के लिए तथा भविष्य सुरक्षित करने लिए लड़ रहे हे और अजाक्स इसलिए लड़ रहा हे क्योंकि जो अधिकार उनका था ही नही और उन्हें मिल गया है। उसको बचाने के लिए वर्तमान के लिए लड़ रहा हे ।इसलिए हम लोगो में अब भी कई सुस्त हे और उन लोगो में सभी चुस्त हे।
हममे से कई साथीगण अभी भी जाग्रत अवस्था में नही है क्यों की वे अजाक्स अधिकारियो के निचे काम करना अपना सम्मान और अधिकर समझ रहे हे । जबकि उनका अधिकार और सम्मान वो पद हे जिस पर सरकार ने अजाक्स को पदोन्नति में आरक्षण निति के अंतर्गत पदोन्नत किया हे । कुछ लोग आज भी ये नही समझ पा रहे हे की सरकार का पदोनत्ति में आरक्षण की निति सपाक्स अधिकारीयो कर्मचारीयो और हमारे समाज और आने वाली पीढ़ी के लिए कितना घातक हे ।
इसलिए जागो और अपने सोये हुए साथियो को भी जाग्रत करो और अपने अधिकारो के लिए एकजुट हो जाओ और तन मन और धन से सरकार को दिखा दो की अब अन्याय नही सहेंगे ।अपना हक़ हम ले कर रहेंगे ।
जय सपाक्स
कुमार विम्बाधर