UP ELECTION NEWS/ लखनऊ। मुलायम सिंह यादव से उनकी समाजवादी पार्टी और चुनाव चिन्ह साइकिल छीन लेने वाले अखिलेश यादव फैसले के बाद फिर मुलायम से मिलने पहुंचे। क्या बात हुई और क्या फैसला यह तो पता नहीं चला लेकिन अखिलेश ने मुलाकात के बाद एक ट्वीट में कहा- साइकिल चलती जाएगी...आगे बढ़ती जाएगी।
साइकल सिंबल अखिलेश गुट को मिलने के बाद रामगोपाल यादव ने कहा कि कांग्रेस से अलायंस की बात से इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि, इस पर आखिरी फैसला अखिलेश यादव ही करेंगे। रामगोपाल से जब अलायंस पर एक और सवाल किया गया तो उन्होंने कहा- हम इलेक्शन के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अखिलेश भी इस बारे में (अलायंस) कह चुके हैं। फिलहाल, इस मसले पर उनसे मेरी बात नहीं हुई है लेकिन उम्मीद है कि ये हो जाएगा। रामगोपाल ने कहा- हम इलेक्शन कमीशन के फैसले का स्वागत करते हैं। हम सपा के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं से आह्वान करते हैं कि वो मैदान में जाएं। दो दिन में कैंडिडेट्स की सूची जारी की जाएगी।
चुनाव आयोग ने इलेक्शन सिंबल्स (रिजर्वेशन एंड अलॉटमेंट) ऑर्डर 1968 के पैरा 15 का हवाला दिया। यह पैरा 15 किसी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल से अलग हुए गुट या उसके बगावती गुट से जुड़ा है। ये नियम कहता है, ''अगर चुनाव आयोग दोनों पक्षों की दलीलों से संतुष्ट हो जाता है तो वह या तो संबंधित दल के किसी एक गुट को मान्यता देता है या फिर दोनों की मान्यता नहीं देता। इस नियम के हिसाब से चुनाव आयोग ने अखिलेश गुट को मान्यता दी और साइकिल के सिंबल को फ्रीज नहीं किया।