सीहोर। डॉक्टरों की मनमानी और पीड़ितों का आक्रोश प्रदेश व्यापी है। यहां भी एक ऐसा ही प्रसंग हुआ। 9 वर्षीय दुष्कर्म पीड़ित बालक का मेडिकल से इंकार करने वाले डॉक्टर को भाजपा नेता ने सरेआम गालियां सुनाईं। यहां तक कहा कि नंगा करके दौड़ाऊंगा।
सीहोर कोतवाली थाने में एक 9वीं के छात्र ने मनीष नाम के युवक पर उसके साथ अप्राकृतिक सेक्स करने का आरोप लगाया था। इस शिकायत के बाद पुलिस छात्र को अस्पताल ले गई। पीड़ित छात्र के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल जाने पर डॉक्टर डीएस सुमन ने मेडिकल करने से इनकार कर दिया। इसकी शिकायत उन्होंने भाजपा नेता, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व सांसद प्रतिनिधि जसपाल सिंह अरोरा से की।
कुछ घंटों बाद भाजपा नेता तमतमाते हुए अस्पताल पहुंचे। उन्होंने न सिर्फ उसे सबके सामने डॉक्टर को गालियां दीं, बल्कि कपड़े फाड़कर दौड़ाने की धमकी भी दी। उन्होंने ये भी कहा कि यदि डॉक्टर की बेटी के साथ रेप हुआ होता तो क्या वो इसी तरह लापरवाही करता। डॉक्टर ने इस संबंध में कलेक्टर से शिकायत की है।
नेताजी को गुस्सा क्यों आया
बताया जा रहा है कि अस्पताल आने से पहले भाजपा नेता जसपाल सिंह अरोरा डॉक्टर को फोन लगाया था लेकिन डॉक्टर ने कॉल रिसीव नहीं किया और ना ही कॉलबैक किया। इसी बात से नेताजी नाराज हो गए। सवाल यह है कि आखिर क्यों अस्पतालों में आए दिन इस तरह के विवाद हो रहे हैं। आखिर क्यों मरीजों के परिजन बौखला जाते हैं। आखिर क्यों लोग डॉक्टरों पर हमला करते हैं या उन्हे गालियां देते हैं। मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इनके कारणों की जड़ में जाना जरूरी हो गया है। यदि ऐसा नहीं किया तो हालात और खराब होते जाएंगे।