राजेश शुक्ला/अनूपपुर। बहेराबांध कॉलरी के जीएम आॅफिस में नकली नोटों का जखीरा भरा है। उनके अधीनस्थ अधिकारी यहां से नकली नोटों का वितरण कर रहे हैं। एक कर्मचारी से वसूली गई 3 लाख रुपए की रिश्वत जब काम ना होने पर वापस मांगी गई तो अधिकारी ने जीएम आॅफिस से नकली नोट निकालकर थमा दिए। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। नोट थमाने वाला आरोपी अधिकारी फरार हो गया है लेकिन पुलिस ने जीएम का आॅफिस ना तो सर्च किया और ना ही सील किया। अफवाह है कि आॅफिस में नकली नोटों की छपाई चल रही थी। यहां नकली नोटों का बड़ा जखीरा भरा हुआ था जो अब शिफ्ट कर दिया गया है।
बिजुरी थाना अंतर्गत वार्ड क्रमांक 2 माइनस कॉलोनी क्वाटर नंबर एम/582 में निवास करने वाले केशव प्रसाद पिता महगू केवट ने थाने पहुंच लिखित शिकायत करते हुए बताया की मैं एसईसीएल हसदेव क्षेत्र बहेराबांध कॉलरी में कार्यरत था, तथा 31 जनवरी 2017 को मुझे सेवानिवृत्त करने का पत्र दिया गया लेकिन उसके पहले ही किसी के द्वारा मेरी फर्जी शिकायत कराकर जांच की कार्यवाही शुरू की गई तथा जांच अधिकारी द्वारा जीएम से मिलने और पैसे दिए जाने की बात कही गई।
इस पूरे मामले में जांच अधिकारी डीआर दोहरे एवं डीएन पांडेय द्वारा मुझसे 5 लाख की मांग की गई तो मैने 20 अक्टूबर 2016 को 3 लाख रूपए डीएन पांडेय को दे दिया तथा 2 लाख रूपए बाद में दिए जाने की बात कही गई। इस बीच जांच अधिकारी द्वारा बार-बार बाकी पैसे जल्द देने का दवाब देने लगे लेकिन मेरे पास किसी तरह की व्यवस्था नही होने पर जांच अधिकारियों द्वारा २४ दिसम्बर को बर्खास्तगी का पत्र जारी कर दिया गया।
पकडा दिए 2000 के 59 नकली नोट
कॉलरी कर्मचारी केशव प्रसाद केवट को इस पूरे मामले में जांच अधिकारी ने उन्हे बर्खास्त कर दिया, जिसके बाद केशव ने जांच के नाम पर दिए 3 लाख रूपए वापस दिए जाने की मांग करने लगा तथा 29 दिसम्बर को माइनस चौराहा से शाम 7 बजे जांच अधिकारी ने कर्मचारी केशव को रूपए वापस देने के नाम पर जीएम कार्यालय ले गया जहां उसे डेढ लाख रूपए 2000 के 75 नोट लिफाफे में दिए और उसे माइनस चौराहा लाकर छोड दिया। जहां से वह अपने घर चला गया। उसे लिफाफे के अंदर 2000 के 59 नोट नकली मिले। जिसकी शिकायत केशव ने थाने पहुंच इसकी शिकायत की गई।
मामला हुआ पंजीबद्ध
फरियादी केशव प्रसाद केवट पिता महगू केवट की शिकायत के आधार पर पुलिस ने डीएन पांडेय के खिलाफ धारा ४८९ बी, ४८९ सी के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया है। आरोपी अधिकारी फरार हो गया है। पुलिस ने बताया की 2000 के मिले नकली 59 नोटों का सीरियल नंबर एक ही था। इसके साथ ही इस पूरी कार्यवाही में जांच अधिकारी डीआर दोहरे तथा बहेराबांध कॉलरी के जीएम पर भी कई सवाल खडे हो गए है। जिनके खिलाफ भी जांच कर कार्यवाही करना आवश्यक है।