शिक्षा विभाग के अफसर को लोकायुक्त ने सिखाया ईमानदार का पाठ

इंदौर। स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग में घूसखोरी खतरनाक है, बावजूद इसके यह जारी है और घूसखोरों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया काफी कमजोर है। सरपरस्ती के चलते खुलेआम घूस वसूल रहे शिक्षा विभाग के नोडल अधिकारी गजेंद्र देशमुख को एक निजी विद्यालय की प्राचार्य से पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया। 

लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय सूत्रों के अनुसार, निजी विद्यालय की प्राचार्य विनीता वर्मा ने नोडल अधिकारी देशमुख द्वारा पांच हजार रुपये मांगे जाने की शिकायत की थी। इस शिकायत के आधार पर लोकायुक्त की टीम ने सोमवार को देशमुख को विनीता वर्मा से पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा।

विद्यालय प्राचार्य से विद्यालय में शिक्षा के अधिकार के तहत नि:शुल्क पढ़ने वाले छात्रों के निरीक्षण फॉर्म के प्रमाणीकरण पर हस्ताक्षर के एवज में नोडल अधिकारी देशमुख ने रिश्वत मांगी थी।

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