भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जुगाड़ की राजनीति कई बार उन्ही के लिए भारी पड़ जाती है। बांधवगढ़ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में ऐसा ही होने जा रहा है। यहां सीएम शिवराज सिंह अपने वादे के अनुसार बिना विधायकी के मंत्री चल रहे ज्ञानसिंह के बेटे शिवनारायण सिंह उर्फ लल्लू को टिकट देना चाहते हैं परंतु भाजपा में इसका भारी विरोध हो रहा है। सब जानते हैं यह कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय है, लेकिन होगा और डंके की चोट पर होगा।
बीते दिनों शहडोल में हुए लोकसभा उपचुनाव में सीएम शिवराज सिंह, अपने ही मंत्री ज्ञानसिंह के आगे गिड़गिड़ा रहे थे। ज्ञान सिंह मंत्रीपद छोड़कर सांसद बनने को तैयार नहीं थे। मानमनोव्वल चली तो ज्ञानसिंह ने शर्तें रख दीं। शिवराज सिंह ने सभी शर्तें स्वीकार कर लीं। इसीलिए ज्ञानसिंह विधायकी चली जाने के बाद भी मंत्री बने हुए हैं। अब ज्ञानसिंह की रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव होने हैं।
ज्ञानसिंह ने यहां से अपने पुत्र शिवनारायण सिंह ‘लल्लू’ को टिकट दिए जाने की शर्त पहले से रख छोड़ी है लेकिन शिवनारायण सिंह का क्षेत्र में लगातार विरोध चल रहा है। यह विरोध केवल बांधवगढ़ सीट पर ही नहीं है बल्कि पूरे मप्र में है। यदि ज्ञान सिंह के बेटे को टिकट दिया जाता है तो भाजपा में सुपुत्रों की सूची छोटी नहीं है। वो सब भी अपने बेटों के लिए पद और टिकट के लिए लड़ जाएंगे। खुद शिवराज सिंह ने ही सबको शुचिता की राजनीति के नाम पर रोक रखा है। अब देखना यह है कि इस मामले में शिवराज सिंह भाजपा के आदर्शों का पालन कर पाते हैं या जुगाड़ की राजनीति के चलते भाजपा की परंपराएं तोड़ते हैं।