
तृणमूल कार्यकर्ताओं ने लगाए आरोप
तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय की रोज वैली चिटफंड घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तारी के बाद कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के आवास तक विरोध मार्च निकाला। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल के सांसदों के 7 लोक कल्याण मार्ग तक पहुंचने से पहले ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
तृणमूल कांग्रेस नेता सौगत रॉय कहा, ‘‘हम शांतिपूर्ण तरीके से प्रधानमंत्री के आवास की तरफ बढ़ रहे थे लेकिन पुलिस ने हमें बीच में ही गिरफ्तार कर लिया और हमारे कुछ सांसदों के साथ बदसलूकी की।’’ उन्होंने कहा कि इस विरोध मार्च में पार्टी के 36 सांसदों ने हिस्सा लिया और वे ‘‘मोदी सरकार द्वारा किए गए अन्याय’’ के खिलाफ अपनी आवाज उठाना जारी रखेंगे।
भाजपा ने की राष्ट्रपति शासन की मांग
तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी के नेता सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी के विरोध में पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में आज सड़कों पर उतरे और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के आवास के सामने प्रदर्शन करते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की। भाजपा के कार्यालय पर कल तृणमूल कांग्रेस का ध्वज लिए लोगों ने हमला किया था। भाजपा ने प्रदेश के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से अनुरोध किया था कि वह केंद्र को रिपोर्ट भेजकर राज्य में बढ़ती अराजकता के मद्देनजर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करें।
मंगलवार को कोलकाता से गिरफ्तार हुए थे सुदीप बंदोपाध्याय
तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल के नेता बंदोपाध्याय को रोज वैली ग्रुप के पोंजी घोटाले के सिलसिले में सीबीआई ने मंगलवार को कोलकाता से गिरफ्तार किया था। इससे पहले सीबीआई ने तृणमूल के एक अन्य सांसद तापस पाल को समान आरोपों में गिरफ्तार किया था। वह तीन दिन तक सीबीआई हिरासत में रहे थे।
चौथी बार चुने गए हैं लोकसभा सदस्य-
चौथी बार लोकसभा सदस्य चुने गए और पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह सरकार में राज्यमंत्री रहे बंदोपाध्याय को कथित रूप से विभिन्न प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर नहीं देने और असहयोगी रवैये के आरोप में गिरफ्तार किया गया।