भोपाल। राजधानी के प्राचीन श्री सिद्धेश्वर शिव मंदिर श्री आरजी वाले हनुमान सिद्ध सरकार दरबार नेहरू नगर में 01 फरवरी 2017 बुधवार को प्रातः सूर्य उदय के साथ मॉं विद्या दायिनी, मॉं सरस्वती का पूजन बसंत उत्सव के साथ शुभारंभ होगा, एवं प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी तीन वर्ष से 36 वर्ष तक के शिक्षारत छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य के संकल्प के साथ सिद्ध जड़ी बूटियों से तैयार की गई दिव्य औषधि विशेष मंत्रों से अभीमंत्रित कर बच्चों को पिलाई जायेगी।
धर्म ग्रंथों के शोध एवं रामचरित मानस के मतानुसार बसंत पंचमी के ही दिन भगवान श्रीराम ने अपने गुरूदेव वशिष्ट जी से मंत्रदीक्षा गृहण की थी एवं इसी तरह का जड़ीबूटियों से तैयार किया गया दृव्य गुरूदेव ने प्रभु श्रीराम को ग्रहण करवाया था। जिससे उन्हें त्रिकालदर्शी ज्ञान प्राप्त हुआ था। उसी से मिलती जुलती यह औषधि है।
प्रतिवर्ष बच्चों का लिया जाता है रिपोर्ट कार्ड
जो बच्चे इस दवा को ग्रहण करते है उनका नाम रजिस्टर में पंजीकृत किया जाता है। यह दवा निरंतर बसंत पंचमी को तीन वर्ष तक कुल तीन बार ग्रहण कराई जाती है। इससे बच्चों को अभूतपूर्व लाभ होता है, एवं दवा ग्रहण करने के बाद पिछले परीक्षा परिणाम एवं दवा ग्रहण करने के बाद का परिणाम पंडित जी खुद बच्चों को फोन लगाकर पूछते है एवं प्रतिवर्ष बच्चों से रिपोर्ट कार्ड लिया जाता है। गहन शोध के उपरांत ही आज तक अनेकों बच्चों ने इस दवा को ग्रहण कर लाभ प्राप्त किया। पंडित जी सूर्य उदय से सूर्य अस्त तक जब तक दवा ग्रहण एक-एक बच्चे को अपने हाथ से करवाते है तब एक आसन बैठकर विशेष मंत्र बोलकर यह दवा ग्रहण कराते है एवं पढ़ाई में सफलता के टिप्स बच्चों को देते है। यह दवा जनहित में तैयार पूर्णतः निःशुल्क पिलाई जाती है। पंडित दीक्षित ने सभी आभिभावकों से दवा ग्रहण करने हेतु अपने बच्चों को अनुमति देने की अपील की है।