
बता दें कि इन दिनों आरक्षण को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान लगातार विवादों में बने हुए हैं। वो खुद को आरक्षण का कट्टर समर्थक बताते हैं परंतु अक्सर अनुसूचित जाति समाज को आहत करने वाले घटनाक्रम हो ही जाते हैं। बता दें कि 26 जनवरी 1951 को भारत का संविधान लागू हुआ था। इसी दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। डॉ भीमराव अंबेडकर भारत की संविधान सभा के अध्यक्ष थे अत: तर्कसम्मत है कि इस अवसर पर उन्हे याद किया जाए।
अब विरोधियों ने इसे मुद्दा बना लिया है। यह चूक शिवराज सिंह चौहान को अंबेडकर विरोधी प्रमाणित करने के लिए उपयोग की जा रही है।
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