भोपाल। मप्र संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ एवं महिला संविदा सुपरवाईजर्स संघ के तत्वाधान महिला बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनवाड़ी सुपरवाईजर्स की बैठक आज गांधी भवन के जयप्रभा हाल में आयोजित की गई। मप्र संविदा कर्मचारी कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर एवं महिला बाल विकास सुपरवाईजर्स संघ एवं संविदा प्रकोष्ठ की अध्यक्ष नाहिद जहां ने बैठक में बताया कि प्रदेश की एक लाख आंगनबाडि़यों को संभालने वाली प्रदेश के एक करोड़ बच्चों का कुपोषण दूर करने वाली सुपरवाईजर्स खुद कुपोषण का शिकार हैं। प्रदेश में सात सौ महिला सुपरवाईजर्स दस सालों से महिला बाल विकास विभाग में कार्य कर रही हैं।
जिनकी निम्न यह समस्याएं हैं -
(1) संविदा सुपरवाइजर्स को तेरह हजार नौ सौ रूपये वेतन दिया जा रहा है जबकि नियमित महिला सुपरवाईजर्स को चालीस हजार रूपये वेतन दिया जा रहा है । जबकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश समान कार्य समान वेतन देने का है ।
(2) संविदा सुपरवाइजर्स नियमित पद के विरूद्व कार्य कर रही हैं । सभी संविदा सुपरवाइजर्स व्यापम की परीक्षा देकर आई हैं उसके बावजूद नियमित पदों को विरूद्व सरकार नियमित नहीं कर रही हैं। नियमित करने के लिए दोबारा से परीक्षा देने के लिए बाध्य किया जा रहा है ।
(3) संविदा सुपरवाइजर्स को प्रतिदिन बीस से तीस किलोमीटर आंगनबाडि़यों के निरीक्षण के लिए जाना पड़ता है । अधिकारी यात्रा भत्ता नहीं देते हैं । ना ही परियोजना की गाड़ी देते हैं उसमें अधिकारी घूमते रहते हैं। सुपरवाइजर्स को निरीक्षण के लिए गाड़ी नहीं दी जाती है ।
(4) ईपीएफ कटोत्रा नहीं किया जा रहा है । इस कारण सरकार ने कोई सामाजिक सुरक्षा प्रदान नहीं की है।
(5) अर्जित अवकाश, चिकित्सा अवकाश की कोई पात्रता नहीं है वहीं नियमित सुपरवाईजर्स को सभी सुविधाएं और भत्ते दिये जा रहे हैं ।
(6) नेट पर जाकर आनलाईन जानकारी जमा करनी पड़ती है, हजारों रूपये सुपरवाईजर्स का खर्च हो रहा है लेकिन विभाग आनलाईन में किये जाने वाले व्यय का भुगतान नहीं कर रहा है ।
(7) मुख्यालय सेक्टर पर निवास करने का कहा जाता है लेकिन मुख्यालय पर कोई सुविधा नहीं है। संविदा कर्मचारियों को मकान किराया भत्ता नहीं दिया जाता तो कैसे सेक्टर पर निवास करें ।
बैठक में निर्णय लिया गया है कि विभाग को अनेकों बार ज्ञापन देने के बाद भी विभाग के कानों में जू नहीं रेंग रही है । इसलिए अगले माह से राजधानी भोपाल में अनिश्चित कालीन हड़ताल कर आंदोलन किया जायेगा । बैठक में संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर, महिला सुपरवाइजर्स संघ की अध्यक्ष नाहिद जहां, प्रदेश के हर जिले से एक महिला जिला प्रतिनिधि हेमलता व्यास, शान्ती दीक्षित, अनीता मौर्य, वंदना पांचल, सुन्दर डोडवा सविता वाघेला, गीता पाल , चन्द्रलता, अर्चना अखण्ड आदि उपस्थित थीं ।