MANDLA | एक युवती के लिए अंतर्जातीय विवाह हर तरफ से कष्टकारी रहा। जाति के बाहर जिस युवक से उसने शादी की थी, उसी ने युवती की हत्या कर दी। माता पिता जब अंतिम संस्कार के लिए शव को गांव में लाए तो ग्रामीणों ने श्मशान उपलब्ध कराने से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि अंतर्जातीय विवाह के साथ ही इस युवती को बेदखल कर दिया गया था। अब उसका शव भी इस गांव में नहीं जलाया जा सकता।
मंडला शहर के उपनगरीय क्षेत्र महराजपुर में रहने वाली संतोषी नंदा का शव बुधवार को खून से लथपथ हालत में मिला। मौके पर पहुंची पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि सिर पर किसी धारदार हथियार से हमला कर संतोषी की हत्या की गई थी। पुलिस ने मौके से जांच पूरी करने के बाद संतोषी का शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। यहां सारी प्रकिया पूरी करने के बाद संतोषी के माता-पिता अंतिम संस्कार के लिए बेटी के शव को लेकर महराजपुर रवाना हो रहे थे कि ग्रामीणों ने गांव में शव लाने पर रोक लगा दी।
दूसरी शादी करने से खफा
ग्रामीण संतोषी के अंतर्जातीय विवाह से खफा थे। उन्होंने परिजनों पर उसका शव गांव में नहीं लाने के लिए दबाव बनाया। करीब पांच घंटे बाद भी ग्रामीण राजी नहीं हुए तो मजबूरन परिजनों ने देवदरा जाकर बेटी का अंतिम संस्कार किया।
पति ने की हत्या
पुलिस ने कुछ ही घंटों के भीतर हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा करते हुए संतोषी के पति सुनील यादव को हत्या के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया। संतोषी ने सुनील यादव से दूसरी शादी की थी। सुनील को शक था कि संतोषी अपने पहले पति राजकुमार से अब भी संपर्क में है। इसी वजह से चरित्र पर शक करते हुए उसने पत्नी की हत्या कर दी।