
बता दें कि जवान तेज बहादुर ने एक विडियो पोस्ट कर बीएसएफ में घटिया खाने की शिकायत की थी। जवान का यह विडियो वायरल हो गया था और इसे सोशल मीडिया पर 30 लाख बार देखा जुका है। इस विडियो के बाद पीएमओ ने गृह मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी थी। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे।
पीएमओ को सौंपी अपनी रिपोर्ट में गृह मंत्रालय ने कहा कि किसी भी पोस्ट पर अर्द्धसैनिक बलों के जवानों के लिए राशन की कोई कमी नहीं है। इसके अलावा नियमित रूप से खाने की क्वालिटी की जांच की जाती है। तेज बहादुर ने विडियो में न केवल खराब खाने की शिकायत की बल्कि अफसरों के भ्रष्टाचार में शामिल होने का भी आरोप लगाया था।
पीएमओ को बताया गया कि बीएसएफ सुनिश्चित करता है कि किसी भी पोस्ट पर राशन की कमी न होने पाए। सीमा पर तैनात जवानों ने कभी इसके बारे में कोई शिकायत भी नहीं की है। बता दें कि बीएसएफ अपने जवानों को बेहतर खाने की व्यवस्था की बात के साथ एक नया गाइडलाइन जारी किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गृह मंत्रालय ने अर्द्धसैनिक बलों को जवानों की सभी शिकायतों को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जवानों का खाना और काम की परिस्थितियों को भी बेहतर करने के निर्देश दिए गए हैं।