नई दिल्ली। बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव के बाद अब सीआरपीएफ के एक जवान का वीडियो वायरल हो गया है। पैरा मिलिट्री फोर्स के सिपाही जीत सिंह ने नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है कि उन्हें आर्मी जैसी सुविधाएं क्यों नहीं मिलतीं? इस पर सीआरपीएफ के डीजी दुर्गा प्रसाद ने कहा, ''जो मुद्दे उठाए गए हैं, उन पर पहले भी चर्चा हो चुकी है। हम इन्हें 7th पे कमीशन में पूरा करेंगे। जवान ने वीडियो में किसी ऑर्गेनाइजेशन की शिकायत नहीं की, बल्कि अपनी महत्वाकांक्षा जाहिर की।
मथुरा के रहने वाले सीआरपीएफ जवान ने 25 दिसंबर को अपना वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। वीडियो में जवान ने कहा, ''मैं कॉन्स्टेबल जीत सिंह सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) का जवान हूं। मैं आप लोगों के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक एक संदेश पहुंचाना चाहता हूं। मुझे पूरा भरोसा है कि आप लोग मेरा सहयोग करेंगे।
मेरा कहना है कि देश के अंदर कौन सी ड्यूटी है, जो हम सीआरपीएफ वाले नहीं करते। लोकसभा चुनाव, राज्यसभा चुनाव, यहां तक कि छोटे-मोटे ग्राम पंचायत चुनाव भी कराते हैं। इसके अलावा, वीआईपी सिक्युरिटी, वीवीआईपी सिक्युरिटी, संसद भवन, एयरपोर्ट, मंदिर, मस्जिद कोई भी ऐसी जगह नहीं, जहां सीआरपीएफ के जवान योगदान न देते हों।
लोग त्योहार मनाते हैं, हम कश्मीर की वादियों में तैनात रहते हैं
जवान ने इस वीडियो में कहा, ''इतना कुछ करने के बावजूद भी इंडियन आर्मी, सीआरपीएफ और बाकी पैरा मिलिट्री फोर्स के बीच सुविधाओं में इतना अंतर है। आप लोग सुनोगे तो हैरान रह जाओगे। मैं मोदीजी से कहना चाहूंगा कि देश में न जाने कितने ही सरकारी स्कूल और कॉलेज हैं, जिनके टीचर्स को 50-60 हजार महीने की सैलरी दे रहे हो और साल में वो न जाने कितने दिन हर त्योहार घर पर छुट्टियां मनाते हैं। और हम लोगों में से कोई छत्तीसगढ़, कोई झारखंड के जंगलों में तो कोई जम्मू-कश्मीर के वादियों में पड़ा रहता है। हम लोगों को न कोई वेलफेयर मिलता है और न ही समय से छुट्टियां मिलती हैं।
हमारा दर्द समझने वाला कोई नहीं
सीआरपीएफ जवान ने आगे कहा, ''हमारे दुख-दर्द को समझने वाला कोई नहीं है दोस्तो! क्या हम लोग इसके हकदार नहीं हैं? इतनी ड्यूटियां करने के बावजूद भी...। दोस्तो! आर्मी को पेंशन भी है। हम लोगों की पेंशन बंद हो गई। 20 साल बाद जब नौकरी छोड़कर जाएंगे तो क्या करेंगे? एक्स सर्विसमैन का कोटा, कैंटीन की सुविधा, मेडिकल की सुविधा हमें नहीं मिलती है।
ड्यूटी सबसे ज्यादा हमारी, सुविधाएं आर्मी को
आर्मी को जितनी फैसिलिटी मिलती है, हमें उससे कोई ऐतराज नहीं, मिलनी चाहिए लेकिन हमारे साथ इतना भेदभाव क्यों? हमको भी तो मिलनी चाहिए। दोस्तो! अगर मेरी बात से आप सहमत हों तो इस वीडियो को जितना हो सके, आगे बढ़ाइए।