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क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा ने दावा किया है कि धोनी ने बीसीसीआई के पूर्व संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी के दबाव में वनडे और टी20 की कप्तानी छोड़ी है। उन्होंने ये भी दावा किया है कि अमिताभ चौधरी के कहने बावजूद धोनी ने रणजी सेमीफाइनल खेलने से मना कर दिया था।
आदित्य वर्मा का सवाल है कि धोनी ने गुजरात के खिलाफ रणजी सेमीफाइनल में झारखंड टीम की चौंकाने वाली हार के तुरंत बाद इस्तीफा क्यों नहीं दिया? दावा है कि बीसीसीआई के संयुक्त सचिव और झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट रहे अमिताभ चौधरी के कहने के बावजूद धोनी ने रणजी सेमीफाइनल नहीं खेला। जैसे ही टीम हारी, और भी नाराज हो उठे चौधरी ने वहीं मौजूद चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद के जरिए धोनी से पुछवा लिया कि अब आपका फ्यूचर प्लान क्या है। इसी कारण धोनी दबाव और तनाव में आ गए और तुरंत इस्तीफा दे दिया। वर्मा ने धोनी के वनडे और टी20 की कप्तानी छोड़ने की जांच कराने की मांग की है।
मालूम हो कि धोनी ने 2007 से 2016 के बीच 199 वन डे में कप्तानी की है जिसमें 110 वन डे मैच जीते और 74 मैच हारे. धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 23 टी-20 मैच खेले जिसमें से 15 जीते और 7 हारे, वहीं एक मैच का नतीजा नहीं निकला. धोनी टेस्ट के साथ ही वनडे और टी20 में भारत के सफलतम कप्तान हैं. धोनी अकेले ऐसे कप्तान हैं जिसने वनडे और टी-20 दोनों का वर्ल्ड कप जीता है.