
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने धनशोधन निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया। एजेंसी ने मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज की गयी चार प्राथमिकियों और इससे पहले दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय को राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में भेजी गयी एक सिफारिश का संज्ञान करते हुए मामला दर्ज किया।
अधिकारियों के अनुसार एजेंसी कटनी पुलिस से सहयोग करने के लिए इंदौर एवं मुंबई के अपने कार्यालयों के अधिकारियों की एक टीम भेजेगी। कटनी पुलिस ने शिकायतों के आधार पर पहला मामला दर्ज किया था। गत नौ जनवरी को सरकार ने कटनी के पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी का तबादला कर दिया था जिसके बाद मामले ने राजनीतिक रंग ने ले लिया क्योंकि मामले में जांच को आगे बढ़ाने के लिहाज से तिवारी की भूमिका महत्वपूर्ण समझी जा रही थी।
इस मामले से राज्य की राजनीति में काफी बवाल मचा था। आरोप लगाए गए थे कि इस मामले के तार शिवराज सरकार के रसूखदार मंत्री संजय पाठक से जुड़े होने की वजह से दबाव में पुलिस अधीक्षक को बदला गया था। कटनी में कई दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा था, जबकि कांग्रेस राज्य भर में प्रदर्शन कर शिवराज सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है।