पटना। जेडीयू के पूर्व नेशनल प्रेसिडेंट शरद यादव ने कहा है, "बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है।" यादव ने ये विवादित बयान यहां लोगों के बीच दिया। उन्होंने कहा, "बेटी की इज्जत जाएगी तो गांव-मोहल्लों की इज्जत जाएगी, वोट एक बार बिक गया तो देश की इज्जत और आने वाला सपना पूरा नहीं हो सकता।" यादव ने प्रोग्राम में राजनीति के गिरते स्तर और पैसे-वोट के गठजोड़ पर चिंता जताई।
एएनआई न्यूज एजेंसी ने बुधवार को एक वीडियो जारी किया है जिसमें शरद यादव यह बयान देते नजर आ रहे हैं। यादव ने मंगलवार को प्रोग्राम में कहा, "बैलट पेपर के बारे में बड़े पैमाने पर सब जगह समझाने की जरूरत है, बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है। पैसे की बदौलत आज-कल वोट को खरीदा और बेचा जाता है।
शरद यादव ने कहा, "आज किसी नेता को सांसद या विधायक बनने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करने पड़ते हैं। खासकर दक्षिण भारत में जहां सांसद बनने के लिए 25 से 30 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं, जबकि विधायक बनने की कीमत 5 से 10 करोड़ रुपए है। यादव ने इस पर चिंता जताई कि पैसे की कमी की वजह से उनकी पार्टी यूपी में चुनाव नहीं लड़ पा रही है।
ऐसे हालात पहले सामने नहीं आए
जेडीयू लीडर ने कहा, "मैंने लंबे वक्त तक पार्टी को चलाया है, लेकिन ऐसे हालात पहले कभी सामने नहीं आए। संसाधन की कमी की वजह से आज चुनाव लड़ने में दिक्कत आ रही है, वोटों की खरीद-फरोख्त चल रही है।
कांग्रेस की स्थिति इमरजेंसी से भी खराब
शरद यादव ने प्रोग्राम के दौरान कांग्रेस और सपा पर भी निशाना साधा। कहा- "देश की नंबर एक कांग्रेस पार्टी की स्थिति आज आपातकाल के समय से भी खराब है। यादव ने मुलायम सिंह का नाम लिए बगैर कहा, "हम लोगों ने महागठबंधन के लिए क्या-क्या नहीं किया, पूरी जिम्मेदारी उन्हें दी, लेकिन बात नहीं बनीं। लेकिन इसके बाद भी हम लोग प्रयास नहीं छोड़ेंगे।