भोपाल। मप्र में 2 महिला IAS इन दिनों चर्चा में हैं। पहली शिवपुरी की प्रभारी कलेक्टर नेहा मारव्या जिन्होंने कुछ रोज पहले एक शिकायतकर्ता के आवेदन पर एफआईआर दर्ज करने की टीप इसलिए लगा दी थी क्योंकि वो इच्छामृत्यु की मांग कर रहा था तो दूसरी हैं पन्ना कलेक्टर जेपी इारीन सिंथिया। इन्होंने 2 दिन की कार्रवाई में माफिया का पूरा नेटवर्क ही तबाह कर दिया।
पन्ना कलेक्टर एवं महिला आईएएस जेपी आइरीन सिंथिया ने खनिज माफिया के खिलाफ सीधा मोर्चा खोला है। पुलिस के साथ चल रही बड़ी कार्रवाई में माफिया के 300 से अधिक ट्रक जब्त किये गये हैं। खनन माफियाओं का बनाया गया अवैध पुल भी तोड़ दिया गया है। इससे पहले तक माफिया खुलेआम अवैध उत्खनन कर रहा था। काले कारोबार में प्रशासनिक अधिकारियों को भी हिस्सा दिया जा रहा था तो पुलिस के पास भी नियमित रूप से हफ्ता भेजा जाता था परंतु अब पन्ना की महिला कलेक्टर जेपी आइरीन सिंथिया ने इन्हें घुटनों पर टिका दिया है।
कलेक्टर की सख्ती के चलते जिले में उत्तरप्रदेश की सीमा से लगे चांदीपाठी, चदौरा, भीना, नहरा, वीरा, सहित केन नदी में संचालित वैध और अवैध रेत खदानों के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई शुरू की है। दो दिन से यह कार्रवाई चल रही है, जो तीसरे दिन भी जारी है। अबतक लगभग तीन सौ वाहनों को जब्त किया गया है। साथ ही मौके से लगभग 30 लाख का खनिज भी जब्त किया जा चुका है। पन्ना जिले के अजयगढ़ विकासखण्ड में पड़ोसी राज्य यूपी के बांदा जिले से लगी सीमा के पास स्थित भीना-चांदीपाठी, चंदौरा, नेहरा घाट के निकट नदी की धारा को रोक कर बनाया गया अस्थाई पुल भी तोड़ दिया गया है।
सूत्रों से पता चला है कि इसकी रणनीति बांदा जिले के कालिंजर में बॉर्डर मीटिंग के दौरान बनी थी। इसमें बांदा (यूपी) के डीएम, पुलिस अधीक्षक एवं पन्ना की कलेक्टर जेपी आइरीन सिंथिया और पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल शामिल हुए थे। बैठक में ही कार्रवाई का फैसला हुआ और उसके बाद तीन टीमें बना कर रविवार शाम से कार्रवाई शुरू कर दी गई। गौरतलब है कि पन्ना में रेत खदानों की नीलामी से शासन को जितना राजस्व मिल रहा है, उससे पांच गुना ज्यादा अवैध उत्खनन से क्षति हो रही है।