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यह पूरी कवायद सिमी आतंकियों द्वारा भोपाल सेंट्रल जेल ब्रेक करने के बाद की जा रही है। सूत्रों की मानी जाए तो जेल मुख्यालय ने तीन केंद्रीय जेलों की सुरक्षा का जिम्मेदारी इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के हवाले करना चाहता है। मुख्यालय ने आईटीबीपी की तीन कंपनियों की डिमांड की है। यह प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा गया था, जहां से केंद्र के पास यह प्रस्ताव जा चुका है। हालांकि इस प्रस्ताव पर अभी केंद्र से कोई जवाब नहीं आया है।
इन जेलों में रहेगी सुरक्षा:
बताया जाता है कि भोपाल के केंद्रीय जेल में एक पूरी कंपनी रखे जाने पर विचार हो चुका है। जबकि एक कंपनी को दो भागों में बांटकर इंदौर और ग्वालियर के केंद्रीय जेलों की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी जाएगी।
इसलिए बुलाया जा रहा...
सूत्रों की मानी जाए तो जेल प्रहरी और मुख्य प्रहरियों की कई वर्षों से चांद मारी नहीं हुई। नतीजे में इनके बंदूक से निशाने ठीक नहीं है। कई प्रहरी और मुख्य प्रहरियों को बंदूक चलाना भी नहीं आता है। वो बस बंदूक को बोझ उठाकर घूमते रहते हैं।