जबलपुर। यहां सब्जी का ठेला लगाकर परिवार पाल रहे दलित वृद्ध को करीब 5 घंटे तक नंगा करके पीटा गया। इस पिटाई से वो गंभीर रूप से घायल हो गया। फिल्मी स्टाइल में उसे बेहोशी की हालत में उसके घर के सामने फैंक दिया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामला सूदखोरी का है। वृद्ध ने 10 रुपए सैंकड़ा की दर से 3 हजार रुपए का कर्ज लिया था। मूल तो चुका दिया था लेकिन ब्याज के 10 हजार रुपए नहीं चुका रहा था। इसी के कारण सूदखोरों ने मारपीट की।
घटना घमापुर थाना क्षेत्र स्थित नई बस्ती कांचघर की है। पुलिस ने बताया कि कांचघर नई बस्ती में रहने वाले 55 वर्षीय जगदीश चौधरी सब्जी का ठेला लगाकर परिवार का पालन करते हैं। कुछ महीने पूर्व जगदीश ने पारिवारिक जरूरत के लिए क्षेत्र के चेतन कुचबुंधिया और चंचल झा से सा़ढ़े तीन हजार रूपए उधार लिए थे। जगदीश ने धीरे-धीरे उधार की रकम चेतन और चंचल को वापस कर दी थी। लेकिन दोनों ब्याज के 10 हजार रुपए मांगकर जगदीश को परेशान कर रहे थे। 1 जनवरी की शाम चेतन और चंचल जगदीश को घर से उठाकर ले गए थे, दोनों ने रामहरक का बगीचा इलाके में जगदीश को नग्न हालत में 5-6 घंटे तक लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा था। रात में दोनों जगदीश को घर के पास फेंककर चले गए थे।
पीड़ित परिवार का कहना है कि जगदीश को परिजनों ने विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती कराने के बाद घमापुर थाने में सूचना भी दी थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इंजीनियर गजभिये का आरोप है कि इस संबंध में उन्होंने पीड़ित परिवार के साथ 6 जनवरी को एसपी महेन्द्र सिंह सिकरवार से भी शिकायत की थी। कार्रवाई न होने पर 11 जनवरी को डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला को ज्ञापन सौंपा था। जिसके बाद पुलिस कार्रवाई की बात करने लगी थी।