
एक भागवत् कथा समारोह में शामिल होने आए कृषि मंत्री से जब कृषि बीमा योजना के बारे में पूछा गया तो उनका दर्द उभर गया। उन्होंने कहा कि अब तक हम ही इस योजना को नहीं समझ सके तो किसानों को क्या समझाएंगे। किसानों को इससे कोई फायदा नहीं हो सका या हुआ भी तो काफी कम। इसमें इतने ज्यादा तकनीकि पेंच हैं कि उसे समझना सबके बूते का नहीं है। इसी दौरान उन्होंने पीएम की कृषि फसल बीमा योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि नुकसान की परिभाषा क्या होगी, इस पर व्यापक विमर्श की जरुरत है।
तमाम पहुलओं पर विचार के बाद अब राज्य सरकार राजस्व अधिकारियों को ट्रेंड कर रही है। इसके बाद ही किसानों को इसका फायदा मिल सकेगा। पीएम के कृषि फसल बीमा योजना पर जिस तरह से भाजपा शासित राज्य के कृषि मंत्री ने सवाल उठाया है, वह चौंकानेवाला है।