भोपाल। प्रदेश में होने वाली 9500 पटवारियों की भर्ती परीक्षा करीब छह महीने टल सकती है। दरअसल, राजस्व विभाग पटवारी भर्ती नियमों में संशोधन कर रहा है। इसके बाद ही भर्ती परीक्षा आयोजित होगी। पटवारियों की कमी के चलते राजस्व संबंधी काम प्रभावित हो रहा है। राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता के मुताबिक पटवारियों की पात्रता परीक्षा के बाद उन्हें दी जाने वाली ट्रेनिंग कोर्स में भी बदलाव हो रहा है। ट्रेनिंग मॉड्यूल पुराना हो चुका है, जबकि समय के साथ नई टेक्नोलॉजी भी आई है।
नई टेक्नोलॉजी को भी ट्रेनिंग कोर्स में जोड़ा जाएगा। साथ ही अब पटवारियों को स्टेट कैडर दिया जाएगा, ताकि प्रदेश में कहीं भी उनका तबादला हो सके। मंत्री गुप्ता के मुताबिक इन नियमों को बदलने के बाद भर्ती परीक्षा आयोजित होगी।
नई टेक्नोलॉजी को भी ट्रेनिंग कोर्स में जोड़ा जाएगा। साथ ही अब पटवारियों को स्टेट कैडर दिया जाएगा, ताकि प्रदेश में कहीं भी उनका तबादला हो सके। मंत्री गुप्ता के मुताबिक इन नियमों को बदलने के बाद भर्ती परीक्षा आयोजित होगी।
सूत्रों के मुताबिक पटवारियों को स्टेट कैडर देने के नियम का मसौदा तो तैयार है, लेकिन ट्रेनिंग मॉड्यूल बदलने में कुछ समय लग सकता है। इसके बाद विभाग प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड को भर्ती परीक्षा आयोजित करने के लिए लिखेगा। बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए तीन से चार महीने की मांग करता है। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अभी नियम संशोधन में एक से डेढ़ महीने लग सकता है।
ट्रेनिंग के लिए कॉलेज लेंगे किराए पर
भर्ती के बाद सरकार के पास सिर्फ दो हजार पटवारियों को ट्रेनिंग देने की व्यवस्था है। इस कमी को दूर करने के लिए सरकार अब इंजीनियरिंग कॉलेज सालभर के लिए किराए पर लेगी।