नईदिल्ली। एनडी तिवारी के बीजेपी ज्वाइन करने की खबर फैलते ही भाजपा में इसका विरोध शुरू हो गया था। विचारधारा और शुचिता की राजनीति करने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को यह कतई पसंद नहीं आया था। इधर सोशल मीडिया पर भी बीजेपी की टांग खिंचाई शुरू हो गई। सीडी कांड, 90 साल की उम्र में शादी और डीएनए टेस्ट जैसे मामलों के कारण ना केवल एनडी सुर्खियों में रहे बल्कि भाजपा के निशाने पर भी रहे। कहा जा रहा है कि भाजपा ने कल तक जिस नेता का पुतला जलाया था और अमित शाह उसी को माला पहना रहे हैं।
विवाद बढ़ता देख बीजेपी ने 2 कदम पीछे लेने का मन बनाया है। अब कहा जा रहा है कि एनडी नहीं उनके बेटे रोहित शेखर ने बीजेपी ज्वाइन की है। एनडी तिवारी का समर्थन भाजपा को रहेगा। दिल्ली के पत्रकार दिलीप सिंह राठौड़/हिमांशु मिश्रा के अनुसार संभावना है कि रोहित शेखर को हलद्वानी सीट से बीजेपी का टिकट दिया जाए।
तीन साल पहले दिल्ली हाईकोर्ट के ऑर्डर के बाद एनडी तिवारी ने शेखर को बेटा स्वीकारा था। हाईकोर्ट ने कहा था कि शेखर तिवारी का बायोलॉजिकल बेटा है। बता दें कि इसके लिए 2013 में शेखर ने एक पैटरनिटी सूट कोर्ट में दायर किया था। इसमें दावा किया गया था कि रोहित के बायोलॉजिकल पेरेंट्स नारायणदत्त और उज्ज्वला शर्मा हैं। शुरुआत में डीएनए टेस्ट से इनकार करने के बाद तिवारी इसके लिए तैयार हो गए थे। हालांकि, जब टेस्ट हुआ तो रिजल्ट में शेखर के पक्ष में आया था।