BUSINESS NEWS/ JABALPUR | पेट्रोल पंपों में ईधन भराने के लिए कैशलेस सिस्टम शुरू कर दिया गया है, लेकिन ये किसी भी दिन घातक हो सकता है। तेज धमाके के साथ कोई भी पेट्रोल पंप कभी भी उड़ सकता है। दरअसल पेट्रोल पंपों पर मोबाइल फोन का उपयोग प्रतिबंधित है परंतु कैशलेस के कारण वही मोबाइल धड़ल्ले से पंप के भीतर उपयोग किए जा रहे हैं। कार्ड स्वैपिंग मशीन के अलावा ज्यादातर पेट्रोल पंपों पर पेटीएम मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग हो रहा है। स्वभाविक है कि यह सबसे ज्यादा खतरनाक है।
दिन भर में पंप पहुंचने वाले 20 से 25 प्रतिशत लोग मोबाइल वाले एप्लीकेशन के जरिए पेमेंट कर रहे हैं। HP/INDIAN OIL के पेट्रोप पंपों पर तो पेटीएम से पेमेंट सुविधा का बाकयदा विज्ञापन/बैनर जारी किया गया है। लोगों को मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए पेमेंट करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। ये पेमेंट नोजल प्वाइंट के आस पास ही लिया जा रहा है। इस तरह के पेमेंट में मोबाइल का उपयोग करने वालों की संख्या भी बढ़ी है और खतरा भी बढ़ चुका है।
पंप मालिकों की परेशानी
पंप में नोट बंदी के पहले तक हमारा स्टाफ ही लोगों को मोबाइल का उपयोग करने नहीं देता था। कोई बात करे तो उसे नियम का हवाला दिया जाता था, लेकिन अब किसे मना करें कि मोबाइल से पेमेंट मत करो। ग्राहक वापस चला गया तो बिक्री पर असर होगा। पहले नियम व सिस्टम को ठीक करना होगा। तभी कैशलेस सिस्टम को बेहतर किया जा सकेगा।
अखिलेश मेहता, प्रेसीडेंट पेट्रोल डीजल एसोसिएशन जबलपुर
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मोबाइल प्रतिबंध वाले नियम के साथ व्यवस्था को नए सिरे से बदलना होगा। किसी दिन कोई घटना होगी तो जिम्मेदारी पंप संचालक पर ही थोपी जाएगी। वहीं कैशलेस सिस्टम वाले तरीकों में भी बड़ा सुधार जरूरी है। कई ग्राहक देर तक इंतजार नहीं करना चाहते और जल्दी से कार्ड या मोबाइल से पेमेंट की बात करते हैं। पंप में इतनी जगह भी नहीं होती कि लंबी कतार लग सके।
असगर अली, पंप संचालक