
प्रधानमंत्री मोदी का यूं बीच में प्रेजेंटेशन छोड़ चले जाना सभी को अजीब लगा। क्योंकि इससे पहले वो हमेशा प्रेजेंटेशन के अंत तक मौजूद रहते थे। साथ ही वो सभी अधिकारियों, सचिवों की बातों को ध्यान से सुनते थें और उनके साथ बहस में भी भाग लेते थें।
पीएम मोदी ने अपने इस कदम से सचिवों को संकेत दें दिया हैं कि वो उनके कार्यों से नाखुश हैं। खबर के मुताबिक उन्होंने सभी सचिवों को निर्देश दिया है कि वो अपने कार्यों में सुधार लाएं, किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रधानमंत्री की सचिवों के साथ यह मीटिंग, कृषि और उससे संबंधित क्षेत्रों के मुद्दों पर हो रही थी। नरेंद्र मोदी ने इस मीटिंग में सचिवों से नए-नए विचार और सुझाव के साथ आने को कहा था लेकिन सचिव आधी-अधूरी तैयारी के साथ मीटिंग में चले आए। सचिवों के इस रवैये से पीएम मोदी काफी नाराज हुए और उन्होंने कहा कि आप लोग ने इस प्रेजेंटेशन के लिए कोई तैयारी नहीं कि है, जाइए मेहनत करिए और दोबारा से प्रेजेंटेशन तैयार करिए।
वहीं स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं नागरिक विकास मंत्रालय के सचिवों के साथ हुई एक दूसरी मीटिंग में पीएम मोदी इस कदर खफा हुए कि वो मीटिंग बीच में छोड़कर ही चल दिए।