मोदी के नाम पर ठगी: PMO ने CBI में कराई FIR

नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर ठगी का खेल लगातार जारी है परंतु अब शायद पीएमओ इस मामले में गंभीर हो गया है। पीएमओ ने मोदी के नाम पर 'narendra modi computer saksharta mission' की शुरूआत करने वालों के खिलाफ सीबीआई से शिकायत की है। सीबीआई एफआईआर दर्ज कर ली है। 

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेकर लोगों से पैसे ऐंठने की कोशिश के मामले में केस दर्ज किया है। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के रहने वाले अतुल कुमार और जगमोहन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन पर आरोप है कि ‘नरेंद्र मोदी कंप्यूटर साक्षरता मिशन’ नाम की वेबसाइट शुरू की थी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने फर्जी संस्था से जुड़ी शिकायत जांच के लिए सीबीआई को भेजी और कहा कि ‘नरेंद्र मोदी कंप्यूटर साक्षरता मिशन’ नाम की यह संस्था प्रधानमंत्री का नाम लेकर लोगों के साथ धोखा कर रही है।

सूत्रों ने बताया कि ‘नरेंद्र मोदी कंप्यूटर साक्षरता मिशन’ की बेवसाइट nmcsm.in के ये दावे कथित तौर पर गलत है कि यह एक स्वायत्त कॉरपोरेट संस्था है, जिसका पंजीकृत कार्यालय दिल्ली में है और डोएक सोसाइटी से मान्यता प्राप्त है। हालांकि इस बेवसाइट में प्रधानमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं किया गया है और ना ही इसने नगद भुगतान की मांग की है। 

शिकायत में कहा गया, ‘भारत के प्रधानमंत्री के नाम का गलत इस्तेमाल करके अपने निजी फायदे के लिए मासूम लोगों से पैसे ऐंठने की गलत मंशा से अतुल कुमार, जगमोहन सिंह और अन्य अज्ञात लोगों की उपरोक्त फर्जीवाड़े वाली हरकत पर प्रथम दृष्टया आईपीसी की धारा 120-बी, धारा 420 के साथ पढ़ने पर, और सूचना प्रौद्योगिकी कानून की धारा 66-डी के तहत दंडनीय अपराध का पता चलता है। यह एक ऑनलाइन फर्जीवाड़ा है और डिमांड ड्राफ्ट के जरिए पैसे स्वीकार करने के पहलू की गहन जांच करने की जरूरत है ताकि आरोपियों की ओर से की गई आपराधिक साजिश का पर्दाफाश हो सके। 

सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ ने कहा, ‘सीबीआई ने दो व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. ये आरोप ‘नरेंद्र मोदी कंप्यूटर साक्षरता मिशन’ की फ्रेंचाइजी देकर आम लोगों को धोखा देने और फर्जीवाड़ा करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का गलत इस्तेमाल करने से जुड़े हैं। उन्होंने कहा, ‘इससे पहले, उक्त वेबसाइट बनाने के बाबत की गई शिकायत पर एक प्रारंभिक जांच शुरू की गई थी।

इससे पहले भी हो चुका है मोदी के फोटो का मिसयूज
2016 में ऐसे कई बड़े मामले सामने आए महाराष्ट्र में एक बिल्डर ने मोदी के नाम पर प्रॉपर्टी बेची। मप्र के भोपाल में बिल्डर्स की एक संस्था क्रेडाई ने तो मोदी के नाम पर पूरा आवास मेला लगाकर हजारों करोड़ की प्रॉपर्टी बेच डाली थी। इसकी शिकायत पीएमओ से की गई थी परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। रिलायंस जियो ने मोदी का फोटो लगाकर अपना विज्ञापन अभियान चलाया और कैशलेस इंडिया के नाम पर पेटीएम जैसी चीन से वित्तपोषित कंपनी ने भी मोदी का फोटो बिना अनुमति के कई बार प्रकाशित किया। इन मामलों में तमाम हंगामा हुआ लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। शायद इसी से प्रेरित होकर दूसरे लोगों ने भी इस तरह के कदम उठाए। 

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