
पीएस श्रीवास्तव ने विभाग की कई समस्याओं को फटाफटा निपटाया है, जिसके कारण राजभवन ने उन्हें ये दायित्व सौंपा है। इधर, विवि के कुलपति का चयन करने में राजभवन अभी और वक्त ले सकता है। नए कुलपति के लिए सर्च कमेटी ने अपना कार्य पूरा कर दिया है। अब राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली को कुलपति का चयन करना है।
सीएम तक पहुंचीं शिकायतें
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और तकनीकी शिक्षामंत्री दीपक जोशी को लगातार आरजीपीवी की प्रशासनिक और परीक्षाओं की अव्यवस्थाओं को लेकर शिकायतें मिल रही थीं। इसे लेकर मंत्री जोशी और मुख्यमंत्री चौहान ने पीएस श्रीवास्तव पर सहमति जताई। मंत्री जोशी राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली से मिले। इस दौरान उन्होंने पीएस श्रीवास्तव के तेजतर्रार रवैया और निर्णय लेने की क्षमता भी बताई। उन्होंने अपनी और सीएम चौहान की पीएस श्रीवास्तव को कुलपति का अतिरिक्त प्रभार देने पर बनी सहमति को राज्यपाल कोहली के सामने रखा।
राज्यपाल कोहली भी आरजीपीवी की व्यवस्थाओं को सुधारना चाहते थे, जिसके चलते उन्होंने पीएस श्रीवास्तव को आरजीपीवी कुलपति प्रभार देने पर स्वीकृति जारी कर दी। इसके तहत सोमवार को आदेश जारी कर दिए गए।
रजिस्ट्रार को हो सकती है दिक्कत
प्रमुख सचिव श्रीवास्तव को आरजीपीवी कुलपति का अतिरिक्त प्रभार मिलने के बाद ये बात तो तय हो गई है कि विवि में रुके हुए कार्य अब फटाफट होंगे। वहीं वर्तमान रजिस्ट्रार सहित अन्य अधिकारियों की कई मामलों में शिकायतें हैं, जिनकी अब खैर नहीं है। कई फाइलों पर रजिस्ट्रार सुरेश कुमार जैन आपत्ति लगाकर जबरिया रोकते थे, अब पीएस श्रीवस्तव के अतिरिक्त प्रभार होने से फाइलों पर निराकरण जल्द होगा।