भोपाल। बड़वानी में आयोजित जनजातीय सम्मेलन में बीजेपी सांसद द्वारा प्रभारी नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन की कॉलर पकड़ने के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा है कि कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष के लिए रेस लगी है। दौड़ जीतने के लिए बाला बच्चन ने हंगामा किया था।
बता दें कि शनिवार को बड़वानी में आयोजित राज्य स्तरीय जनजातीय सम्मेलन में सीएम शिवराज सिंह की मौजूदगी में बड़वानी विधायक और कार्यवाहक नेता प्रतिपक्ष से जमकर बदसलूकी की गयी। बीजेपी सांसद ने सीएम की मौजूदगी में उनकी कॉलर पकड़कर धक्का दिया। जब वो मंच पर भाषण दे रहे थे तो नीचे से हूटिंग की गई, बाद में माइक बंद कर दिया गया।
ये मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस जहां इस मामले को लेकर शिवराज सरकार पर हमलावर हो रही है और सरकारी कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष से बदसलूकी के मामले को लोकतंत्र की हत्या बता रही है, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा बैकफुट पर होने के बाद इस मामले में नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन को दोषी ठहरा रही है।
आज इस मामले में सीएम शिवराज सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मैने खुद बाला बच्चन को बुलाया और उन्हें अपनी बात रखने को कहा। उन्होंने कहा कि उनके बोलते समय नीचे शोर शराबा हो रहा था, तो मैने खुद लोगों को रोका और बोला मुर्दाबाद के नारे नहीं लगेंगे। सबके जिंदाबाद के नारे लगेंगे। मीडिया भी सामने था, इसलिए कोई ऐसा मुद्दा नहीं था, लेकिन अब इसे मुद्दा बनाने की कोशिश की जा रही है क्योंकि मुझे लगता है कि कांग्रेस के अंदर नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में सबल दावेदार कैसे बनें और कितना विरोध कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि भीमा नायक जी के स्मारक के लोकार्पण कार्यक्रम में हल्ले और हंगामे की आवश्यकता नहीं है। वो मुझे पहले ही कह देते कि मुझे बोलना है, तो मैं पहले ही कह देता था। वो बोलेंगे। मुझे पता चला है कि उन्होंने दो दिन पहले ही कह दिया था कि अगर मुझे नहीं बोलने दिया जाएगा, तो मैं माइक छीनकर बोलूंगा। इस तरह की चींजे उचित नहीं है।