जबलपुर। TCS PUNE से एक प्रोजेक्ट पर गई जबलपुर की HIMANSHI GUPTA की LONDON में ROAD ACCIDENT में मौत हो गई। 22 वर्षीय हिमांशी टीसीएस में इंजीनियर थी और पांच माह पहले ही लंदन में ट्रेनिंग पर गई हुई थी।
हादसा लंदन के समयानुसार सुबह साढ़े नौ बजे साउथ लंदन के होउंसलो प्राइमरी स्कूल के समीप हुआ। उस वक्त हिमांशी अपनी दोस्त के साथ बस स्टॉप पर ऑफिस जाने के लिए निकली थी।इसी दौरान अंधाधुंध दौड़ती एक काले रंग की रेंज रोवर कार कुछ वाहनों को टक्कर मारती हुई बस स्टॉप में घुस गई। कार की चपेट में हिमांशी और उसकी सहेली आ गई। गंभीर रूप से घायल दोनों युवतियों को तुरंत एयर एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान हिमांशी ने दम तोड़ दिया।वहीं सहेली जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। चश्मदीद के अनुसार दोनों युवतियों को कुचलने के बाद चालक कार लेकर फरार हो गया। पुलिस ने घेराबंदी कर 39 वर्षीय चालक को घटना स्थल से थोड़ी दूर से गिरफ्तार कर लिया।
दिसम्बर में खत्म हो गई थी ट्रेनिंग
हिमांशी के सहकर्मियों ने लंदन में स्थानीय मीडिया को बताया कि अगस्त 2016 में वो स्पेशल प्रोजेक्ट पर लंदन आई थी। टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज में हिमांशी बहुत ही बढ़िया काम कर रही थी। दिसम्बर में ट्रेनिंग पीरियड खत्म हो गया था जिसे छ: माह के लिए बढ़ाया गया था। घटना के बाद बड़ी संख्या में दोस्त और सहकर्मी साउथ लंदन के गवर्नमेंट अस्पताल पहुंच गये। हिमांशी ने जेईसी से पढ़ाई के बाद 4 साल पहले पुणे में टीसीएस को ज्वाइन किया था।
डेथ सर्टिफिकेट के कारण रुकी बॉडी
हिमांशी के ताऊ जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने बताया कि डेथ सर्टिफिकेट जारी नहीं होेने के कारण उसका पार्थिव शरीर लन्दन में ही रोक लिया गया है। पार्थिव शरीर जब भारत आएगा पहले उसे टीसीएस को सौंपा जाएगा, फिर जबलपुर लाया जाएगा।
जस्टिस विवेक रूसिया की है भांजी
हिमांशी हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में पदस्थ जबलपुर निवासी जस्टिस विवेक रूसिया की भांजी थी। हिमांशी के पिता अजय गुप्ता सीनियर वेटरनरी सर्जन एवं मां प्रीति गुप्ता माता गुजरी कॉलेज में प्रोफेसर हैं।