भोपाल। उत्तरप्रदेश मूल के वरिष्ठ भाजपा नेता बाबूलाल गौर जो अटलजी के समय से भाजपा में लगातार सक्रिय हैं को मप्र में अचानक फार्मूला 75 के नाम पर कैबिनेट से बाहर कर दिया गया था। उस समय अखिल भारतीय यादव महासभा ने ऐलान किया था कि भाजपा को इसका खामियाजा यूपी चुनाव में भुगतना होगा। अब यूपी चुनाव शुरू हो गए हैं। सवाल यह है कि क्या यादव महासभा को अपना यह ऐलान याद है। क्या बाबूलाल गौर जैसे भाजपा के संस्थापक साथियों को को इस तरह से हटाया जाना, यूपी में मुद्दा बनेगा।
उस समय अखिल भारतीय यादव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश यादव ने प्रतिनिधि मंडल के साथ पूर्व गृहमंत्री बाबूलाल गौर से मुलाकात की थी। गौर से मुलाकात करने के बाद महासभा ने प्रदेश के साथ देशभर में बीजेपी को वोट नहीं देने का ऐलान किया था। जगदीश यादव का कहना है कि बाबूलाल गौर को हटाने की घटना से यादव समाज नाराज है और गौर का मंत्री पद से हटाना समाज का अपमान है।
पूर्व गृहमंत्री बाबूलाल गौर को मंत्री पद से हटाने की घटना से नाराज यादव महासभा ने 2017 में उत्तरप्रदेश चुनाव में बीजेपी के यादव विरोधी चेहरे को पूरी तरह से बेनकाब करने का दावा किया था। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि, समाज के पदाधिकारियों की टीम प्रदेश के हर जिले में भ्रमण कर समाज के लोगों से बीजेपी को वोट नहीं देने के लिए अपील भी करेगी।