
ग्वालियर जिले में शादी-समारोह और दूसरे मौकों पर हर्ष फायर करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए प्रशासन ने नया तरीका इजाद किया है। शादी समारोह में होने वाले हर्ष फायर का वीडियो प्रशासन को भेजने वाले को दस हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। कलेक्टर डॉक्टर संजय गोयल ने यह आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि वीडियों में अगर फायर करने वालों की तस्वीर साफ नजर आएगी तो प्रशासन वीडियो भेजने वाले शख्स को 10 हजार रुपए का इनाम देगा साथ ही उसकी पहचान पूरी तरह गुप्त रखी जाएगी।
इस अंचल में शहरों से लेकर गांवों तक विवाह या मांगलिक अवसरों पर लोग अपनी बंदूकों से हर्ष फायर करते हैं। इस बढ़ते चलन का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है। ग्वालियर-चंबल अंचल में साल 2016 में साल हर्ष फायर में आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी, वहीं दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल और लाचार हो चुके हैं।
यही वजह है कि ग्वालियर जिला प्रशासन ने हर्ष फायर रोकने के लिए अब तकनीक का सहारा लेने का फैसला किया है। प्रशासनिक अधिकारी वीडियो भेजने वाले शख्स से संपर्क करेंगे। वीडियो में अगर फुटेज साफ होंगे जिनके आधार पर हर्ष फायर करने वालों की पहचान होगी, तो वीडियो भेजने वाले को कलेक्टर की तरफ से 10 हजार की इनामी राशि दी जाएगी। प्रशासन वीडियो भेजने वाले की पहचान पूरी तरह गुप्त रखेगा। कलेक्टर डॉ. संजय गोयल का कहना है कि इस पहल से हर्ष फायर की जानकारी देने के लिए लोग आगे आएंगे, जिससे हर्ष फायर पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।