नई दिल्ली। 15 साल की एक लड़की जिसके साथ मानव तस्करों ने महीनों तक बलात्कार किया, उसे दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने पुलिस की मदद से तस्करों के चंगुल से बचा लिया है। महिला आयोग ने बताया कि यह लड़की भटकते हुए छत्तीसगढ़ से दिल्ली पहुंच गई थी और तस्कर इसे दोबारा बेचने की फिराक में थे। इस दौरान किसी ने महिला हेल्प लाइन (181) को सूचित किया जिसके बाद आयोग की टीम पुलिस के साथ मौके पर जाकर लड़की को बचाया। डीसीडब्लू की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने कहा कि यह बहुत ही संगीन मामला है कि दिल्ली में सरेआम लड़कियां खरीदी और बेची जा रही हैं।
रास्ता भटककर दिल्ली पहुंच गई थी
इंग्लिश वेबसाइट डेक्कल क्रॉनिकल में छपी खबर के मुताबिक 15 साल की यह लड़की पिछले साल अक्टूबर में छत्तीसगढ़ में अपने एक रिश्तेदार से मिलने जा रही थी। वो भटक कर दिल्ली पहुंच गई। लड़की को रेलवे स्टेशन पर एक पानी बेचने का काम करने वाला मानव तस्कर मिला। वो लड़की को अपने साथ सराय काले खां ले गया। महिला आयोग ने बताया कि उस पानी बेचने वाले ने पहले लड़की का बलात्कार किया फिर राजस्थान के सवायमाधोपुर जिले में किसी व्यक्ति को 30 हजार रुपए में बेच दिया।
बचकर भागी तो फिर फंस गई
खरीदने वाले व्यक्ति ने लड़की से शादी कर ली और उसे फरीदाबाद ले आया। डीसीडब्लू के मुताबिक फरीदाबाद में लड़की के साथ शोषण होने लगा। एक दिन लड़की किसी तरह उनके चंगुल से निकल कर दिल्ली आ गई। लेकिन एक बार फिर वो यहां उन लोगों के जाल में फंस गई जिन लोगों ने इसे 30 हजार रुपए में बेचा था। उन मानव तस्करों ने लड़की के साथ रेलवे स्टेशन के पास बने शौचालयों व गोदामों में लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। जानकारी के मुताबिक वो इस लड़की को फिर से बेचने की फिराक में थे लेकिन तबतक महिला आयोग को इसकी जानकारी मिल गई। इस गैंग में एक महिला भी शामिल थी जिसकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।