
इसके अलावा हजारो की संख्या मे नामाँतरण बंटवारे के प्रकरण लम्बित हो रहे हैं। जनसुनवाई के निराकरण मे भी स्थानीय अधिकारियों को कठिनाई आ रही है। bpl के आवेदनों की जाँच नही हो पा रही है। इसके अलावा वेब जीआईएस का पूर्ण रुप से काम बँद है। वेब जीआईएस मे आ रही तकनीकी समस्या के निराकरण नही करने के कारण इसका पूरी तरह से प्रदेश मे बहिस्कार किया गया है।
पटवारीयों के आंदोलन के कारण राजस्व वसूली व अन्य वसूली का काम पूरी तरह प्रभावित हो चुका है। पटवारी संघ किसी भी परिस्थिति मे पीछे हटने को तैय्यार नही है। विगत 10 वर्षों से पटवारी संघ अपनी वेतनमान की मांग को लेकर सरकार से निवेदन करता आ रहा है, परंतु अभी तक मांगो का निराकरण नही होने के कारण पटवारी संघ ने अब फ़िर से आंदोलन का मार्ग चुना है।
पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रकाश मालीजी द्वारा बताया गया की पटवारी संघ अपनी वेतनमान ग्रेड पे 2800 की माँग कई वर्षों से करता आ रहा हे कई बार आंदोलन भी किये। शासन ने हर बार आश्वासन दिया परंतु अभी तक आदेश जारी नही किये है। इस बार हमने हड़ताल नही की है। केवल अतिरिक्त हलकों का प्रभार छोड़ा है। हम अपने मूल हल्के पर कार्य कर रहे है। ज़रूरत पड़ी तो आगे आंदोलन को और तेज करने की रणनीति बनायेंगे।