सतना। जिस गांव के दौ सौ से अधिक बेटे देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान दांव पर लगा रहे हों और वहां पर यह पता चले कि एक किसान का बेटा गद्दारी कर रहा है, तो पूरा गांव क्या महसूस करेगा, इसका अंदाजा आपको सुहास गांव में जाने के बाद पता चलेगा। बात हो रही है बलराम की। यह शख्स भी उन 11 लोगों में शामिल है, जिसे मध्यप्रदेश एटीएस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है।
सतना से 25 किलोमीटर दूर कोटर थाना क्षेत्र के सुहास गांव का मूल निवासी है बलराम। पूरा परिवार खेती करता है। पिता कहते हैं कि ज्यादातर तो वह सतना में ही रहता था। छह साल पहले विदेश गया था। लौटने पर वह घर-परिवार से अलग हो गया था। उसे किसी से कोई मतलब नहीं रहता था।
सेना में नौकरी करना चाहता था
बलराम सिंह जाबरपुर बांदा का रहनेवाला है। मां-बाप 40 साल से सतना जिले के सोहाश गांव में रहते हैं। दो भाई और एक बहन में वह सबसे बड़ा है। परिजनों और ग्रामीणों ने बताया कि बलराम 10वीं पास था और सेना में नौकरी करना चाहता था। फिजिकल पास कर लेने के बाद लिखित परीक्षा पास नहीं कर सका था। इसके बाद वह दुबई चला गया नौकरी करने।
माता-पिता से अलग रहता था, कोई मदद नहीं करता था
गांववालों ने बताया कि वह अपने गांव में बहुत ही कम रहता था। कभी-कभार ही आता था। घरवालों की मदद भी नहीं करता था। बाद में पुलिस ने पत्र देकर बलराम के पिता को बताया कि उसके बेटे को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इससे बलराम के पिता दहशत में हैं। गांव में भी तरह-तरह की चर्चाएं हैं। कोई नहीं भरोसा कर पा रहा है कि बलराम देश के साथ गद्दारी कर सकता है।
200 से ज्यादा सपूत सेना में हैं
गांव के सरपंच का कहना है कि यहां के कई परिवारों के दो सौ से ज्यादा युवा देश की सुरक्षा के लिए सेना में हैं। इस मामले के बाद पूरा गांव शर्मिंदा महसूस कर रहा है। हालांकि, सबकुछ तो जांच के बाद ही सामने आएगा।