
प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि प्रशासन ने उनकी आपत्तियों को सुने बिना ही कत्लखाने के लिए जमीन फाइनल कर दी। वे किसी भी कीमत में आदमपुर छावनी में स्लॉटर हाउस नहीं बनने देंगे। ग्रामीणों के समर्थन में आरएसएस के कार्यकर्ता भी कलेक्टोरेट पहुंच गए। हंगामे की स्थिति से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया था।
बता दें कि 60 पशुओं को काटने की क्षमता वाले छोटे स्लाटर हाउस को शिफ्ट करने के आदेश एनजीटी ने दिए थे परंतु शिफ्टिंग के नाम पर नगरनिगम भोपाल ने बड़ा कत्लखाना शुरू करने की योजना बना डाली और उसी का विरोध सारे भोपाल जिले में हो रहा है। कोई विधायक, रहवासी या ग्रामीण नहीं चाहता कि उसके घर के आसपास अत्याधुनिक कत्लखाना खुले। यह भी तय है कि यह कत्लखाना जिस इलाके में खुलेगा, वहां जमीनों के दाम मिट्टी में मिल जाएंगे।