मुरैना। सिंचाई विभाग के दो चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों का मुरैना के कैलारस थाना क्षेत्र में गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात उस समय अपहरण हो गया, जब वे दोनों नहर पर ड्यूटी दे रहे थे। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार मुरैना में कोई सूचीबद्ध डकैत नहीं है लेकिन इन दोनों दलित कर्मचारियों के अपहरण ने चम्बल अंचल की खूंखार छवि को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है।
इलाके के लोगों का मानना है कि 5 हजार का ईनामी बदमाश रघुनाथ गड़रिया और राजस्थान इलाके के ईनामी डकैत पप्पू लोहिया इस अपहरण की वारदात को अंजाम दे सकता है। पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए 7 टीमों का गठन कर सर्चिंग के लिए चंबल के बीहड़ों में भेज दिया है। इन सात टीमो में तीन डीएसपी और 7 थाना प्रभारियों सहित भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
मुरैना के कैलारस थाना क्षेत्र के तहत सेमई गांव की नहर पर गश्त करने पहुंचे सिंचाई विभाग के दो कर्मचारियों का अज्ञात बदमाशों ने अपहरण कर लिया। पुलिस ने मामले में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया है। मौके पर एसपी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी पहुंच गए हैं, साथ ही दोनों कर्मचारियों की तलाश के लिए क्षेत्र में पुलिस दल भेजे गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, सिंचाई विभाग में काम करने वाले सिंचाई कॉलोनी सबलगढ़ निवासी केदार जाटव व कुटरावली कैलारस निवासी बाबू जाटव रात को सैमई गांव में नहर पर गश्त करने गए थे, पुलिस के मुताबिक दोनों कर्मचारी रात आठ बजे नहर पर पहुंचे, उस समय नहर के आसपास सैमई गांव के लोग खेतों में पानी दे रहे थे, आठ बजे के बाद ये कर्मचारी गायब हो गए। इसके बाद कर्मचारी वापस नहीं पहुंचे, घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया है। अब तक परिजनों के पास किसी तरह की कोई फिरौती संबंधी सूचना नहीं आई है और न परिवार वाले किसी पर शक जाहिर कर रहे हैं।
वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र में किसी भी डकैत गैंग या बदमाशों का मूवमेंट नहीं है, इसलिए अभी कह नहीं सकते कि अपहरण ही है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए अपहरण का मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस पार्टियां जंगल में सर्चिंग कर रही हैं।