नई दिल्ली। नोटबंदी के असर और खाद्य वस्तुओं के सस्ता होने से जनवरी में खुदरा मुद्रास्फीति घट कर पिछले तीन साल से भी अधिक समय के न्यूनतम स्तर 3.17 प्रतिशत पर रही। खुदरा मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर एक महीना पहले दिसंबर में 3.41 प्रतिशत और एक साल पहले जनवरी 2016 में 5.69 प्रतिशत थी।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय द्वारा आज जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार जनवरी में सब्जियों के दाम सालाना स्तर पर 15.62 प्रतिशत नीचे रहे जबकि दिसंबर में दाम सालाना आधार पर 14.59 प्रतिशत घटे थे।
दालें जनवरी 2016 की तुलना में 6.62 प्रतिशत सस्ती रहीं जबकि इसी दौरान फलों के वर्ग की मुद्रास्फीति 5.81 प्रतिशत रही तथा ईंधन और बिजली वर्ग की मुद्रास्फीति 3.42 प्रतिशत रही।इसी दौरान मांस-मछली के भावों में सालाना आधार पर 2.98 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गयी।
सरकार ने 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 रपए के नोटों का चलन बंद कर दिया था। बाजार में 86 प्रतिशत नकदी इन्हीं मूल्य के नोटों में रखी गयी थी। नोट बंद होने से उत्पन्न नकदी के कारण खुदरा बाजार प्रभावित हुआ। उपभोक्ता खाद्य मूल्य जनवरी में कुल मिला कर 0.53 प्रतिशत गिरा। जनवरी में ग्रामीण क्षेत्र संबंधी खुदरा मुद्रास्फीति 3.36 प्रतिशत जबकि एक माह पूर्व यह 3.83 प्रतिशत थी। शहरी क्षेत्र की खुदरा मुद्रास्फीति 2.90 प्रतिशत पर स्थिर रही।