
भोपाल के पत्रकार श्री मनोज राठोर की रिपोर्ट के अनुसार एटीएस ने खुफिया रिपोर्ट के आधार पर राजधानी भोपाल, ग्वालियर और सतना में दबिश देकर चार लोगों को गिरफ्तार किया है। एटीएस को काफी समय से इनके बारे में सूचना मिली रही थी। उनकी गिरफ्तारी से पहले कई सप्ताह तक पीछा किया गया था, जिसके बाद ठोस सबूत मिलने के बाद उनके विरुद्ध कार्रवाई की गई।
एटीएस की एक विशेष टीम चारों से पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि चारों के पास से कुछ संदिग्ध दस्तावेज भी मिले हैं। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं हुई है।
मध्य प्रदेश का आतंकी कनेक्शन
एनआईए ने पिछले साल फरवरी में भोपाल से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संदिग्ध एजेंट को गिरफ्तार किया है। एजेंट अजहर इकबाल अपने चाचा के घर पर फरारी काट रहा था।
पिछले साल सितंबर में लखनऊ एटीएस आईएसआई एजेंट जमालुद्दीन महज को गिरफ्तार किया था। जमालुद्दीन ने भोपाल की एक नामी होटल में एक साल काम किया था। यह खुलासा उसने एटीएस की पूछताछ में किया था।
आईएसआई समर्थित पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को गुप्त सूचना भेजने वाले वायुसेना के बर्खास्त अधिकारी रंजीत केके ने दिल्ली पुलिस के सामने ये बात कबूल की है कि उसने ग्वालियर के महाराजपुरा वायुसेना स्टेशन पर संचालित 10-टेट्रा ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में दस माह की ट्रेनिंग ली थी। इस दौरान उसने एयरबेस की रेकी की थी।
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद और मध्य प्रदेश के विदिशा में रहने वाले मुनव्वर सलीम के पीए फरहत को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।